✍️परवेज अख्तर/सिवान: हसनपुरा इस्लाम का पाक व बरकत महीना रमजान का 19वां रोजा मंगलवार को रोजेदारों ने रोजे रख खुदा की इबादत की। वहीं शाम होने पर रोजेदार अपनों के साथ व मस्जिदों में इफ्तार कर रहें हैं। वहीं मौलाना काशिफ रजा साहब ने कहा कि हर मुस्लिम के लिए रोजे के साथ-साथ जकात को भी अल्लाह ताला ने फर्ज किया है। वे कहते हैं कि अल्लाह ने कुरआन करीम के अंदर फरमाया है कि ये लोगों रोजे तुम पर फर्ज किए गए हैं। इस माह में गरीबों के हक में भी दान किया जाता है जिसे जकात बोलते हैं।
बताते हैं कि रमजान के महीने में जकात भी निकाली जाती है। अपनी जरूरतों पर खर्च करने के बाद जो जमा होता है, उसका 40 प्रतिशत जकात के रूप में निकाला जाता है। जिन पर जकात है, वे ईद के दिन नमाज से पहले सदकातुल फितर निकालते हैं और अपने व अपने बच्चों की तरफ से गरीबों को दान करते हैं। रमजान का महीना कमजोर, दिव्यांग, बेसहारा व गरीबों की मदद करने के साथ सभी की मदद करने का संदेश देता है। वहीं इफ्तार कराना बराबर का सवाब माना गया है।