परवेज अख्तर/सिवान: जिले के दारौंदा प्रखंड मुख्यालय स्थित उत्क्रमित उच्च विद्यालय में गुरुवार को प्रधानाध्यापकों को प्रशिक्षण दिया गया। इस मौके पर प्रशिक्षक कुंदन कुमार एवं पारस कुमार द्वारा पीएम पोषण योजना में एलपीजी गैस सिलेंडर का उपयोग करने के लिए जानकारी दी गई। बच्चों के लिए मध्याह्न भाेजन बनाने में एलपीजी गैस सिलेंडर के उपयोग करने पर बल दिया गया। प्रशिक्षकों ने बताया कि प्रारंभिक विद्यालयों में सभी बच्चों को उचित पोषण के उद्देश्य से मध्याह्न भोजन योजना का संचालन किया जाता है। दारौंदा प्रखंड अंतर्गत 126 विद्यालयों में करीब 25 हजार से अधिक बच्चे इस योजना का लाभ पाते हैं। मध्याह्न भोजन तैयार करने में अधिकांश विद्यालयों में परंपरागत तरीके यथा लकड़ी, कोयले का इस्तेमाल करने की सूचना विभाग को मिली हुई है जिसका असर पर्यावरण पर भी पड़ता है।
जाड़े और बरसात के मौसम में जलावन के अभाव में पीएम पोषण योजना बाधित होने की संभावना बनी रहती है। साथ ही जलावन के धुआं से अध्ययनरत बच्चे परेशान होते हैं और शिक्षकों को इसकी खरीदारी में पसीने बहाने पड़ते हैं। शिक्षा विभाग ने मध्याह्न भोजन तैयार करने में परंपरागत तरीके के बदले एलपीजी गैस आधारित परंपरागत खाना बनाने का निर्देश जारी किया है। इससे अनावश्यक ईंधन की बर्बादी नहीं होगी तथा पर्यावरण पर भी विपरीत प्रभाव नहीं पड़ेगा। सभी विद्यालयों में नया एलपीजी कनेक्शन दिलाना सुनिश्चित कराने को कहा है। जिनका पहले से है वे गैस सिलेंडर पर पीएम पोषण योजना की शुरुआत करें। कनेक्शन से पूर्व संबंधित विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को उचित रख रखाव के लिए एक शपथ पत्र देना होगा। इस मौके पर विजय यादव, सुनील कुमार, रवींद्र कुमार, लालाबाबू सिंह, विनोद सिंह आदि उपस्थित थे।