परवेज अख्तर/सिवान: सरकारी दर पर गेहूं की दर रेट कम होने से कारण गुठनी में गेहूं की खरीदारी शुरू नहीं हो सकी हैं। हालांकि सरकार के योजना के अनुसार 20 अप्रैल से गेहूं की खरीदारी शुरू होनी थी, लेकिन अधिकतर किसानों का कहना हैं कि जब बाजार में 2000 से अधिक रुपये तक प्रति क्विंटल गेहूं बिक्री हो रही है जबकि बिहार सरकार द्वारा 2125 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है।
साथ ही पैक्स या व्यापार मंडल में गेहूं बेचने के लिए पहले रजिस्ट्रेशन करना पड़ता है। गेहूं बिक्री के बाद राशि के लिए महीनों इंतजार करना पड्ता है। करीब उतने हीं कीमत पर बाजार के व्यवसायियों से गेहूं बेचने पर नकद रुपये तत्काल मिल जाते हैं। एक तरफ किसान सरकारी दर कम होने से स्थानीय ब्यवसायियों के यहां गेहूं बेचने को मजबूर हैं। इस संबंध में बीसीओ वीरेंद्र कुमार ने बताया कि गुठनी प्रखंड में चीत्ताखल पंचायत चयनित किया गया है लेकिन सरकारी दर कम होने से किसान सरकार को गेहूं देने से कतरा रहे हैं।