परवेज अख्तर/सिवान: शव्वाल महीने का चांद शुक्रवार की संध्या दिखाई दिया। चांद देखने के लिए घर की छतों और खुले मैदानों में लोग एकत्रित थे। चांद का दीदार करने को हर नजर बेताब थी। अचानक किसी ने कहा कि वह देखो उधर देखो वृक्ष के पीछे बादलों से बाहर झांक रहा रहा है चांद। तभी किसी ने कहा हां हां दिख गया चांद,नजर आ गया चांद। धीरे धीरे हर बेताब नजर को चांद का दीदार होता चला गया। हर चेहरे पर मुस्कान फैल गई।
पटाखे फोड़कर कुछ नौजवानों ने खुशी व्यक्त की। देखने से ऐसा लग रहा था कि रमजान के रोजे अदा करने का रोजेदारों को इनाम मिल गया। असल में यह माना जाता है कि रोजेदारों के लिए ईद अल्लाह तआला की तरफ से इनाम है। देखते ही देखते ” ईद का चांद मुबारक ” की आवाज फिजाओं में गुंजने लगी। हर तरफ ईद की खुशियां छा गई। इस्लामी कैलेंडर के शव्वाल महीने का चांद नजर आने पर रमजान के एक महीने का फर्ज रोजा पूरा हो जाता है। अगले दिन ईद का त्योहार मनाया जाता है।