परवेज अख्तर/सिवान: जिले के भगवानपुर हाट जाति आधारित गणना के लिए जारी की गई सूची में लोहार जाति के लिए कोड का आवंटन नहीं किए जाने के खिलाफ लोहार जाति के लोगों द्वारा 25 अप्रैल को बीडीओ को ज्ञापन दिया जाएगा। इसको सफल बनाने के लिए लोहार जाति के नेताओं द्वारा लोहार समाज के लोगों को जागरूक किया जा रहा है। लोहार जाति के नेता अशोक शर्मा एवं संत नागमणि ने रविवार को बताया कि किसी भी जाति का सत्यापन भूमि दस्तावेज (खतियान) के द्वारा किया जाता है। बिहार राज्य में लोहार समाज के लोगों के खतियान में जाति का नाम लोहार दर्ज है। सरकार के द्वारा जाति आधारित गणना के लिए जारी की गई सूची में लोहार जाति के लिए कोड आवंटन नहीं किया गया है।
इस विषय को सामान्य प्रशासन विभाग पटना में आवेदन देकर अवगत कराया जा चुका है, फिर भी सामान्य प्रशासन विभाग के द्वारा लोहार समुदाय के लिए अलग से कोड जारी नहीं किया जाना अन्याय पूर्ण है। उन्होंने बताया कि सरकार के द्वारा जारी कोड संख्या 13 पर कमार (लोहार, कर्मकार) दर्ज है। लोहार जाति का कमार जाति से किसी भी प्रकार का कोई संबंध नहीं है। ऐसे में लोहार को कमार के उपजाति में गणना कराया जाना पूर्ण रूप से गलत और अन्याय पूर्ण है। वहीं कोड संख्या 177 पर (लोहारा, लोहरा) दर्ज है। सामान्य प्रशासन विभाग पटना से प्राप्त आरटीआइ रिपोर्ट के अनुसार बिहार राज्य में लोहारा जाति से संबंधित कोई भी साक्ष्य या दस्तावेज सरकार के पास उपलब्ध नहीं है।