परवेज अख्तर/सिवान: दारौंदा लोहार को कमार की उपजाति में शामिल करने व लोहार को जातिगत सूची में कोड आवंटित नहीं किए जाने पर लोहार समाज के लोगों ने मंगलवार प्रखंड कार्यालय के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया तथा मांगों से संबंधित ज्ञापन सीओ को सौंपा। लोहार समाज के देवनाथ शर्मा ने कहा कि किसी भी जाति का सत्यापन भूमि दस्तावेज द्वारा किया जाता है। बिहार राज्य में लोहार जाति के लोगों के खतियान में जाति का नाम लोहार दर्ज है, जिसे विभागीय स्तर से भी जांच कर सत्यापित किया जा सकता है।
बिहार सरकार द्वारा जाति आधारित गणना के लिए जारी की गई सूची में लोहार जाति के लिए कोई भी कोड आवंटन नहीं किया गया है, लेकिन लोहार जाति को कमार की उपजाति में शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि जबतक राज्य सरकार लोहार जाति की मांगों को पूरा नहीं करेंगी जाति आधारित गणना का विरोध जारी रहेगा। उन्होंने कमार जाति के उपजाति में शामिल लोहार शब्द को हटाने और लोहार समाज के लिए अलग से स्वतंत्र कोड जारी कर मूल जाति के रूप में गणना कराने की मांग की है। इस मौके पर धमेंद्र शर्मा, वीरेंद्र शर्मा, डा. ईश्वर शर्मा, केदार शर्मा, रंजीत कुमार समेत काफी संख्या में लोहार जाति के लोग शामिल थे।