✍️परवेज अख्तर/सिवान: जिले के बड़हरिया प्रखंड के चौकी हसन में चल रहे भागवत कथा ज्ञान महायज्ञ के सातवें दिन शनिवार की शाम भागवत कथा के दौरान कथावाचक मनीष पराशर महाराज ने कहा कि माता-पिता की सेवा करनी चाहिए, बड़े बुजुर्गों का आदर सम्मान करना चाहिए तभी यह जीवन सार्थक होगा। उन्होंने दो मित्रों का संबंध कैसा हो इस पर कृष्ण- सुदामा चरित्र का वर्णन करते हुए भागवत कथा के महत्व को बताया। उन्होंने कहा कि भागवत कथा श्रवण करने से पितरों को मुक्ति मिलती है, मोक्ष की प्राप्ति होती है तथा संपूर्ण फल की प्राप्ति होती है उन्होंने विश्वामित्र, मेनका, सुखदेव महाराज, वेदव्यास, भगवान कृष्ण सहित साधु-संतों के अनेक प्रसंग सुनाए। उन्होंने कहा कि संसार में ऐसा कोई जीव नहीं है जिसे कष्ट ना हो, उसे भगवान ही दूर करते हैं। भगवान को जाने बिना हमारा भला नहीं हो सकता, इसलिए परमात्मा की शरण में रहना चाहिए और इसका सर्वोत्तम माध्यम है भागवत कथा।
सद्गुरु स्वामी दयानंद महाराज ने कहा कि कथा श्रवण से कई जन्मों के पाप से मुक्ति मिल जाती है। कथा मनुष्य के जीवन के मर्म को समझाती है। यह हमें सन्मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करती है। भागवत कथा के दौरान यज्ञकर्ता सुनील श्रीवास्तव ने दूर दराज से आए अतिथियों को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया। रविवार को हवन पूजा के साथ महायज्ञ की पूर्णाहुति की गई तथा इस मौके पर विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। महायज्ञ को सफल बनाने में रानी श्रीवास्तव, विजय कुमार सिन्हा, सत्येंद्र कुमार सिन्हा, अमन राज, प्रतीक राज, संतोष श्रीवास्तव, अरविंद सिंन्हा, रिंटू श्रीवास्तव, भूपेंद्र श्रीवास्तव आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा। इस मौके पर काफी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही।