✍️परवेज़ अख्तर/सिवान:
शहर आजकल राम मय हो चुका है।शाम पांच बजते ही गली मोहल्लों और गांवों से आस्था का कारवां निकल पड़ रहा है।जिसका लक्ष्य गांधी मैदान पहुंच कर पूज्य राजन जी महाराज के श्रीमुख से श्री राम कथा का श्रवण ही रहता है।सीवान में सकारात्मकता, समरसता और संचेतना के आम जन में संचार के लिहाज से श्री राम कथा का सीवान की स्थापना के स्वर्ण जयंती के उपलक्ष्य में आयोजन गौरवमई इतिहास बनता दिख रहा है।मंगलवार को श्रीराम कथा के आठवें दिन पूज्य राजन जी महाराज ने भरत प्रसंग का विस्तार करते हुए बताया कि पारिवारिक संबंधों में प्रेम की अद्भुत महिमा है।भाई भाई अगर प्रेम से रहे तो जिंदगी में खुशहाली आ जाएगी।भाइयों को बांटना ही हो तो संपति के बजाय विपत्ति का बंटवारा करना चाहिए।पूज्य राजन जी महाराज ने शबरी प्रसंग का जिक्र करते हुए बताया कि भक्ति से बड़ी कोई शक्ति नहीं है।
चाहे आपकी जाति कितनी भी श्रेष्ठ हो या आपका कुल कितना भी महान हो या आपके पास बहुत अधिक धन हो। यदि भक्ति आपके पास नहीं है तो फिर कुछ भी नहीं है। भगवान तो बस भक्ति भाव की चाहत रखते हैं । माता शबरी के इसी निर्मल भक्ति भावना के कारण प्रभु श्रीराम ने माता शबरी के जूठे बेर तक खा लिए।पूज्य राजन जी ने भगवान श्रीराम द्वारा बताए गए भक्ति के नौ प्रकारों यानी नवधा भक्ति का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि पहली भक्ति का स्वरूप भक्तों का सत्संग होती है दूसरी भक्ति भगवान के कथा प्रसंग से प्रेम के भाव की होती है। तीसरी भक्ति है अभिमानरहित होकर गुरु के चरण कमलों की सेवा और चौथी भक्ति यह है कि कपट छोड़कर भगवान के गुण समूहों का गान करना, पांचवी भक्ति है भगवान के मंत्र का जाप और भगवान में दृढ़ विश्वास। छठी भक्ति है इंद्रियों का निग्रह कर अच्छा स्वभाव बनाना।सातवीं भक्ति है जगत को राममय देखना।
आठवीं भक्ति है जो मिल जाय, उसमें ही संतोष करना। नवीं भक्ति है सरलता पूर्वक और बिना कपट के व्यवहार।पूज्य राजन जी ने कहा कि इसमें से एक प्रकार की भी भक्ति कोई मनुष्य कर लेता है तो उसका जीवन धन्य हो जाता है।मंगलवार को दैनिक यजमान के रुप में कथा श्रवण के लिए दरौंदा विधायक कर्णजीत सिंह व्यास,डॉक्टर आशुतोष सिन्हा, डॉक्टर पंकज गुप्ता, राजेश पांडेय, डॉक्टर राकेश तिवारी,डॉक्टर जेएन प्रसाद,डॉ दिलीप कुमार,राजन सिंह, डॉक्टर अनिल कुमार, बसंत पाठक,संजय सिंह,चंद्र भूषण यादव, सुनील राय, राधेश्याम मिश्रा आदि सम्मिलित हुए।
जबकि कथा श्रवण करनेवाले अतिथियों में पूर्व सांसद ओमप्रकाश यादव, राष्ट्र सृजन अभियान के महासचिव श्री ललितेश्वर कुमार, भरौली मठ के महंत रामनारायण बाबा, सुशीला पाण्डेय, शंकर पाण्डेय, महाराज परितोष चैतन्य, पूज्य महाराज जी के बड़े भाई धर्मनाथ तिवारी, हरेंद्र सिंह,जिला प्रौद्योगिकी पदाधिकारी राजीव कुमार,भाजपा जिलाध्यक्ष संजय पाण्डेय,चन्द्रकेतु सिंह,निकेश तिवारी,सुनील कुमार, डॉक्टर एहतेशाम अहमद, लल्लन मिश्रा,मंटू तिवारी,इष्ट देव तिवारी,विद्यु शेखर पाण्डेय,डॉक्टर रविशंकर, डॉक्टर राजीव रंजन,डॉक्टर समीर, डॉक्टर मनोज जयसवाल,ओमप्रकाश साह, डॉक्टर अर्चना कुमारी,राजेश कुमार पाण्डेय वैध हरेराम पाण्डेय,मो. इरशाद,सचिन पर्वत, गोविंद बसु, पुष्कर उपाध्याय,सरोज सिंह राणा,अच्छेलाल साह,अमित सिंह, राम दर्शन पडित, शैलेश पर्वत,डॉ वसंत कुमार,अंशु कुमार, संतोष तिवारी,एनआरआई बृजेश कुमार सिंह, अमेरिका से आए कृष्णा दीक्षित,प्रधानाचार्य कृष्ण कुमार सिंह आदि उपस्थित रहे।अतिथियों का सम्मान कोषाधयक्ष प्रेमशंकर सिंह,डॉक्टर राम इकबाल गुप्ता,डॉक्टर रामेश्वर सिंह, डॉक्टर शरद चौधरी, डॉक्टर रामेश्वर कुमार ने स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। कथा श्रवण के लिए पधारे भरौली मठ के संत रामनारायण बाबा का भी भावपूर्ण स्वागत किया गया।