परवेज अख्तर/सिवान : मंगलवार की सुबह महाराजगंज स्टेशन पर ट्रेन से सफर कर सिवान आने के लिए जैसे ही पहुंचे उन्हें परेशानी का सबब झेलना पड़ा। ट्रेन दारौंदा से महाराजगंज स्टेशन पर पहुंची, लेकिन इसके बाद मशरख के लिए रवाना हो गई। सैकड़ों यात्री निराश होकर भाड़े के गाड़ी से अपने-अपने गंतव्य जगहों के लिए रवाना हो गए। वहीं मशरख के लिए सोमवार की सुबह मात्र दो टिकट कटे। एक मशरख स्टेशन के लिए सीमा देवी तो वहीं सरहरी स्टेशन के लिए राजेंद्र सिंह ने टिकट कटाया। महाराजगंज स्टेशन से प्रतिदिन सिवान के लिए 270 टिकट कटता है। इस स्थिति में रेलवे को राजस्व की हानि हो रही है। पहले ट्रेन महाराजगंज स्टेशन से सिवान के लिए 8.20 में खुलती थी, जबकि सोमवार को 8.20 बजे ट्रेन मशरख के लिए रवाना हो गई,जिससे सैकड़ों यात्री मायूस हो गए।
स्टेशन के नाम परिवर्तन को ले ग्रामीणों ने किया तोड़फोड़
महाराजगंज-मशरख रेल खंड पर महाराजगंज स्टेशन से 3.30 किलोमीटर दूरी पर स्थित विशुनपुर महुआरी हाल्ट के नाम परिवर्तन को ले आकिल टोला, कसदेवरा, धोबवलिया गांव के सैकड़ों ग्रामीणों ने रविवार की रात्रि करीब 8.30 बजे विशुनपुर महुआरी हाल्ट पर तोड़फोड़ किया। ग्रामीणों ने स्टेशन पर लगे दोनों तरफ के बोर्ड को तोड़ कर नीचे फेंक दिया। वहीं दोनों छोर पर लगे सिमेंट के बने बैच को तोड़फोड़ कर फेंक दिया, जिससे रेलवे को लाखों रुपये राजस्व की क्षति हुई। घटना के संबंध में बताया जाता है कि रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने रविवार को ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उसके बाद ट्रेन 6.54 मिनट पर मशरख के लिए रवाना हुई। इसी दौरान 7.20 मिनट पर विशुनपुर महुआरी हाल्ट स्टेशन पहुंची। ट्रेन के जाने के बाद करीब 8.30 बजे तीनों गांव के करीब दो सौ ग्रामीणों ने स्टेशन पर पहुंचकर जमकर तोड़फोड़ किया, जिससे लाखों रुपये के राजस्व की हानि हुई है। इसकी सूचना मिलते ही रेलवे अधिकारियों ने इसकी जांच की। रेलवे के अधिकारियों ने कहा कि तोड़फोड़ में शामिल लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की जाएगी तथा 24 घंटे के अंदर उनकी गिरफ्तारी की जाएगी। ज्ञात हो कि उद्घाटन के पहले से ही आकिल टोला, कसदेवरा, धोबवलिया के लोग स्टेशन का नामकरण बदलने की मांग करते आ रहे हैं।