परवेज अख्तर/सिवान: जिला के उत्पाद अधीक्षक सहित विभाग के 12 पदाधिकारियों को नाइन एमएम के पिस्टल से लैस किया गया है। पूर्ण शराबबंदी को लागू कराने को लेकर छापेमारी के दौरान विभागीय पदाधिकारियों पर हो रहे हमले को देखते हुए आत्मरक्षा के लिए सरकार ने उन्हें पिस्टल मुहैया कराया है। उत्पाद अधीक्षक, निरीक्षक एवं अवर निरीक्षक को पिस्टल से लैस किया गया है। अब तक उत्पाद विभाग की छापेमारी टीम में शामिल सैप के जवान ही हथियारों से लैस होते थे। वहीं कई बार अचानक गुप्त सूचना मिलने पर उत्पाद छापेमारी टीम को ही कार्रवाई करनी पड़ती है। इसमें शामिल होने वाले उत्पाद दरोगा-जमादार के खुद के पास सरकारी हथियार नहीं होते। ऐसे में जवानों के भरोसे ही पूरी कार्रवाई चलती है, कभी कभार विपरीत हालातों में आर्म्स विहीन पदाधिकारी उपद्रवियों का शिकार बनने पर मजबूर हो जाते हैं।
उत्पाद अधीक्षक प्रियरंजन ने बताया कि डीएम मुकुल कुमार गुप्ता की अनुशंसा पर उत्पाद विभाग के कुल 12 पदाधिकारियों को नाइन एमएम के पिस्टल एवं 35 गोलियों को एसपी शैलेश कुमार सिन्हा द्वारा दी गई। अवैध शराब तस्करों पर अंकुश लगाने के लिए डीएम द्वारा एक पहल की है। बताया कि पिस्टल एवं गोली लेने में उत्पाद अधीक्षक प्रियरंजन, निरीक्षक गुंजेश कुमार, निरीक्षक समरजीत सिंह, अवर निरीक्षक मनोज कुमार राय, अवर निरीक्षक मुन्ना कुमार, अवर निरीक्षक चंदन कुमार, धमेंद्र कुमार, सुमेधा कुमारी, अनूप कुमार, सहायक अवर निरीक्षक सुनील कुमार यादव, बसंत कुमार महतो शामिल हैं। अब पिस्टल मिल जाने के बाद जांच अभियान के दौरान किसी तरह की वारदात होने पर आत्मरक्षा करने में काफी सहूलियत मिलेगी।