परवेज अख्तर/सिवान: भगवानपुर हाट एक तरफ सरकार अवैध ढंग से बालू लदा ट्रक संचालकों के खिलाफ मुहिम चला रखा है, वहीं दूसरी ओर एनएच 331 तथा एनएच 227 ए पर शाम होते ही बालू लदे बड़े-बड़े ट्रकों का आना-जाना शुरू हो जाता है। बालू से लदा ट्रक पर आवश्यकता से काफी अधिक बालू लदने के कारण धीमी गति से ट्रक चलने को मजबूर हो जाता है। जब रात में एक साथ अनेकों ट्रक बालू लिए गुजरता है तो सड़क के किनारे बसे घरों में कंपन होने लगता है। जानकार सूत्रों के अनुसार इन ट्रकों पर 14 से 15 सौ फीट बालू लदा होता है जो छपरा- महम्मदपुर पथ एनएच 331 तथा शीतलपुर-सिवान पथ एनएच 227 ए पर बिना किसी रुकावट के गुजरते दिखते हैं। सूत्रों की माने तो प्रति दिन शाम सात-आठ बजे से भगवानपुर थाना क्षेत्र से ट्रक गुजरते देखे जा सकता हैं।
बताया जाता है कि जितने ओवर लोडिंग वाले बालू लदा ट्रक इस मार्ग से गुजरते है। इन ट्रकों के ऊपर तिरपाल बांध कर बालू की ढुलाई की जा रही है। सभी ट्रक गोपालगंज होते हुए यूपी में चले जाते हैं। इन ओवर लोडिंग ट्रक को प्रशासन का कोई अधिकारी शायद देखना भी मुनासिब नहीं समझता। अगर अधिकारी इसके खिलाफ कार्रवाई करते तो सरकार को राजस्व का फायदा होता है। उन्हें क्षति उठाना नहीं पड़ता। ओवरलोडिंग के कारण सड़कों पर दबाव बढ़ने से सड़क टूटने की प्रबल संभावना होने लगी है। सड़क पर चलने वाली किसी भी वाहन के लिए मानक तय किया गया है, लेकिन बालू वाले ओवरलोडिंग ट्रक के लिए कोई मानक नही है। सूत्रों का कहना है कि प्रशासन एवं बालू माफियाओं के बीच ओवर लोडिंग का डील हो गया है इस कारण ना तो सड़क विभाग, और ना परिवहन विभाग और ना ही खनन विभाग कोई कार्रवाई नहीं करता है।