परवेज अख्तर/सिवान: जिले के गुठनी प्रखंड मुख्यालय स्थित ई-किसान भवन में किसान सलाहकारों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। उनका स्पष्ट कहना था कि हमलोगों को वीएलई का दर्जा मिलनी चाहिए। चुनाव, जनगणना जैसे कार्यों में मजिस्ट्रेट बनाकर हमलोगों का उपयोग किया जाता है, लेकिन जब राज्यकर्मी की मान्यता की बात होती है तो सरकार मुकर जाती है। हड़ताल में शामिल किसान सलाहकारों ने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक वीएलई का दर्जा नहीं मिलेगा, हमलोग काम पर वापस नहीं लौटेंगे। किसान सलाहकारों की हड़ताल के कारण किसानों के धान बीज का वितरण का कार्य स्थगित हो गया है। सरकारी अनुदान से मिलने वाले बीज किसानों को नहीं मिल रहा है।
वहीं धान का बिचड़ा डालने का समय भी अब समाप्त हो रहा है। रोहिणी नक्षत्र जो धान के बीज के लिए उपयुक्त मानी गई है, वह बीत गई है। अभी मृगशिरा नक्षत्र चल रहा है, किसानों का ऐसा मानना है कि मृगशिरा का बीज कम उपज देता है। वहीं किसान सलाहकारों के हड़ताल पर जाने से बीज डालने का कार्यक्रम फंसा हुआ है। इस संबंध में प्रखंड कृषि पदाधिकारी विक्रमा मांझी ने बताया कि बीज गोदाम में रखा गया है, लेकिन बांटने वाले लोग ही हड़ताल पर हैं। इसीलिए बीज वितरण नहीं हो रहा है। इस मौके पर राजेश शर्मा, प्रमोद कुमार, मुस्तकिम अंसारी, नीलह पांडेय, केशव सिंह समेत काफी संख्या में किसान सलाहकार उपस्थित थे।