सूचना पर पहुंचे अधिकारियों ने सुराख बंद करने की शुरू की कवायद
परवेज अख्तर/सिवान: गुरुवार की सुबह लकड़ी नबीगंज प्रखंड के खवासपुर गांव में गंडक नहर का दक्षिणी बांध में पानी के रिसाव होने से बड़ा सुराख बन गया. जिससे पानी गंडक नहर से निकल कर गांव के निचले हिस्से की तरफ बढ़ने लगा.इधर बांध के टूटने की खबर सुनते ही आसपास के ग्रामीण नहर की तरफ भागे-भागे पहुंचे. जहां देखा गया कि नगर बांध में एक बड़ा सुराख हो गया है और पानी का बहाव तेजी से गांव की तफर बढ़ रहा है. स्थानीय मुखिया वीरेंद्र साह ने इसकी सूचना गंडक विभाग के साथ प्रखंड व अंचल कार्यालय को दिया. सूचना मिलते ही गंडक विभाग के एसडीओ ब्रजेश कुमार, सीओ अजय कुमार ठाकुर, बीडीओ सुशील कुमार, गंडक जेई व अन्य ने मौके पर पहुंच कर पानी के विकराल रूप को देखा. देखते ही देखते लगभग 10 फिट तक नहर बांध का मिट्टी पानी के दबाव से कटकर बह गया और दोनों तरफ से नहर के पानी का बहाव खवासपुर गांव के नीचले हिस्से के तरफ होने लगा.
अधिकारियों ने आनन-फानन में दर्जनों ट्रैक्टर की मदद से सुराख भरने की कवायद शुरू कराई. बावजूद पानी के तेज बहाव से सुराख भरने के लिए गिराया जा रहा मिट्टी भी बह जा रहा था. विभागीय सूचना के अनुसार नहर में छोड़े गए पानी को बंद करा दिया गया है व समाचार प्रेषण तक सुराख बंद करने के लिए दर्जनों ट्रैक्टर कार्यरत है. लोगों का कहना है कि साहिल या क सुराख कर अपना बसेरा बनाया होगा और बुधवार की रात में अचानक नहर में आये पानी के दबाव से छोटे सुराख से पानी का रिसाव होने लगा होगा. पानी के लगातार रिसाव से सुराख भी धीरे-धीरे बड़ा हो गया होगा व बांध से पानी गांव की तरफ बढ़ने लगा होगा. लोगो का कहना है कि यदि पानी आने के पूर्व गंडक के कर्मियों द्वारा नहर बांध का जांच-पड़ताल कर लिया गया होता तो इस तरह की स्थिति पैदा ही नहीं होती. सबसे बड़ी बात यह है की नहर बांध के किनारे बना पक्की सड़क जस की तस है और सड़क के नीचे सारा मिट्टी बह गया है.