परवेज अख्तर/सिवान: महाराजगंज अनुमंडल मुख्यालय स्थित गोरख सिंह कालेज सभागार में रविवार को अखिल भारत वर्षीय गोंड महासभा जिला शाखा के तत्वावधान में गोंडवाना साम्राज्य की महारानी दुर्गावती का बलिदान दिवस समारोह पूर्वक मनाया गया। जिलाध्यक्ष बलिराम शाह गोंड की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत महारानी दुर्गावती के चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अशोक कुमार गोंड ने कहा कि भारत के इतिहास में मुगलों को चुनौती देने वाले शासकों की सूची में गोंडवाना साम्राज्य की रानी दुर्गावती का नाम अग्रिम पंक्ति में है। उन्होंने अकबर की सेना को नाक में दम कर दिया था। महारानी दुर्गावती आखिरी दम तक मुगल सेना को रोकर अकबर की उनके राज्य पर कब्जा करने की हसरत को कभी पूरा नहीं होने दिया।
आज भी गोंडवाना क्षेत्र में उन्हें उनकी वीरता और अदम्य साहस व उनके किए जनकल्याण कार्यों के लिए याद किया जाता है। उनके शासन में जनकल्याणकारी कार्य बताते हैं कि वे केवल एक वीरांगना महारानी ही नहीं बल्कि एक कुशल शासक थीं। वीरांगना महारानी दुर्गावती साक्षात दुर्गा का अवतार थी। महारानी ने 16 वर्ष तक राज संभाला। इस दौरान उन्होंने अनेक मंदिर, मठ, कुएं, बावड़ी के धर्मशालाएं बनवाईं। कार्यक्रम में महारानी दुर्गावती के बलिदान दिवस को राजकीय अवकाश एवं महारानी दुर्गावती की जीवनी पाठ्यक्रम में शामिल करने की मांग उठाई गई। इस मौके पर आदिवासी महापंचायत के प्रदेश महासचिव दारोगा साह गोंड, सचिव उमेश कुमार शाह, हीरालाल शाह गोंड, श्रीराम साह, बाबूनंद साह, अमला साह, भगवान साह, बद्री नारायण प्रसाद, उपेंद्र साह, विनोद गोंड, निर्मल साह, रामाधार साह, मनोज साह, शंभू साह समेत काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।