परवेज अख्तर/सिवान: सिसवन बिना कागजात व विभागीय नियमों की अनदेखी कर प्रखंड में चल रहे अल्ट्रासाउंड केंद्र व निजी नर्सिंग होम पर विभागीय कार्रवाई के बाद भी अवैध तरीके से इसके संचालन पर लगाम लगता नजर नहीं आ रहा है। प्रखंड में 15-20 अल्ट्रासाउंड एवं नर्सिंग होम संचालित हैं, लेकिन इनमें से दो अल्ट्रासाउंड केंद्र को छोड़कर सभी अल्ट्रासाउंड व निजी नर्सिंग होम बिना रजिस्ट्रेशन एवं चिकित्सा नियमों के विरुद्ध चल रहे है। ऐसे नर्सिंग होम व अल्ट्रासाउंड केंद्र में रोगियों को ले जाने के लिए बिचौलिये सक्रिय देखे जाते हैं। बिचौलिए रोगियों को झांसा देकर ऐसे नर्सिंग होम, अल्ट्रासाउंड केंद्र पर ले आते हैं और वहां जाने के बाद रोगियों का आर्थिक व मानसिक शोषण किया जाता है।बता दें कि 29 मई को जिलाधिकारी के आदेश पर चैनपुर में अधिकारियों द्वारा छापेमारी की गई थी। इसमें तीन अवैध अल्ट्रासाउंड केंद्र को सील किया गया था तथा कुछ अवैध संचालक अपना केंद्र छोड़कर फरार हो गए थे। इसके बावजूद सील किए गए केंद्र अन्य जगह गुपचुप तरीके से चलाए जा रहे हैं। ये केंद्र स्वास्थ्य विभाग की आंखों में धूल झोंक कर या अधिकारियों की मिलीभगत से वर्षों से संचालन किया जा रहा है।
कहते हैं पदाधिकारी :
प्रखंड में संचालित नर्सिंग होम व अल्ट्रासाउंड केंद्रों की लगातार जांच कर समुचित कार्रवाई की जाएगी।
डा. ए एस खान, चिकित्सा पदाधिकारी, रेफरल अस्पताल सिसवन