परवेज अख्तर/सिवान: जिले के दारौंदा प्रखंड कार्यालय सभागार में बुधवार को प्रखंड प्रमुख विनय सिंह की अध्यक्षता में पंचायत समिति की बैठक हुई। बैठक में मुख्य रूप से शिक्षा, मनरेगा, प्रधानमंत्री इंदिरा आवास योजना, पशुपालन विभाग, पंचायती राज विभाग, ग्राम सभा योजना, शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, कृषि विभाग आदि पर चर्चा की गई। बैठक में प्रखंड प्रमुख ने शिक्षा व्यवस्था पर चर्चा करते हुए छात्र शिक्षक अनुपात के विषमता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि कहीं छात्र संख्या अधिक है तो वहां शिक्षकों की कमी है और जहां छात्र कम हैं तो वहां शिक्षकों की संख्या अधिक है। ऐसे में प्रखंड नियोजन समिति की बैठक कर महत्वपूर्ण प्रस्ताव लाने पर चर्चा की गई। उच्च माध्यमिक विद्यालय नंदा टोला के मात्र छह शिक्षकों पर कक्षा एक से 10 तक कक्षा संचालन का भार है। वैसे में छात्र कैसे शिक्षा ग्रहण करते हैं इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है।
प्रमुख ने कहा कि छात्र की उपस्थिति को देखते हुए शिक्षक नियोजन कमेटी बैठक कर शिक्षकों को नियमावली के अनुसार स्थानांतरण किया जाए। जिस पर बीईओ शिवजी महतो ने स्थानांतरण को लेकर 30 जून को शिक्षक नियोजन कमेटी की बैठक बुलाई है। बीपीआरओ जनार्दन प्रसाद सिंह ने बैठक में अनुपस्थित रहने वाले अधिकारियों के प्रति खेद प्रकट किया। अधिकारियों की अनुपस्थिति रहने के कारण विकास कार्यों में बाधा पहुंच रही है जो निंदनीय है। बैठक में अनुपस्थित रहने वाले अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। उन्होंने कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र केवल आयुष चिकित्सक के भरोसे चल रहा है। यहां एमबीबीएस चिकित्सक रहने के बावजूद वे नहीं बैठते हैं जो निंदनीय है।
प्रमुख ने कहा कि अपने- अपने विभागों में दोहन करने में जुटे हुए हैं अधिकारी, जो गलत है। मुखिया निरंजन सिंह ने कहा कि पंचायत समिति की बैठक में उठ रहे मुद्दों पर अधिकारी अमल नहीं कर रहे हैं। बैठक में सीडीपीओ के उपस्थित नहीं होने पर नाराजगी व्यक्त की। मुखिया मंसूर आलम ने इंदिरा आवास योजना पर कहा कि वर्ष 2012 से पहले अनुसूचित जाति के मरम्मत का पैसा आज तक नहीं आया। बैठक में प्रखंड उप प्रमुख सुगांति देवी, बीएओ विक्रमा मांझी, बीईओ शिवजी महतो, डा. मुबारक अली, मुखिया धनु कुमार भारती, सरफुद्दीन अंसारी, पंचायत समिति सदस्य मंटू प्रसाद, पप्पू राम, अमित कुमार, धनीता देवी आदि उपस्थित थे।