परवेज अख्तर/सिवान: केनरा बैंक दारौंदा से फर्जी निकासी मामले में अब हाईटेक ड्रामा शुरू हो गया है। मामले में आपसी सुलह की प्रक्रिया शुरू हो गई है। वहीं अबतक इस मामले में प्राथमिकी दर्ज नहीं हो सकी है। केनरा बैंक के शाखा प्रबंधक वीरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि मामले में जांच चल रही है। बैंक से चेक चोरी हुई थी। जिससे एनईएफटी करने का प्रयास किया गया। जबकि दो दिन में 49-49 हजार यानी 98 हजार रुपये फर्जी ढंग से निकाल लिए गए। शाखा प्रबंधक ने कहा कि मैंने संदेह के आधार पर एचएसबीसी के स्टाफ राजीव को पकड़कर पुलिस के सुपुर्द कर दिया। परंतु शाखा प्रबंधक द्वारा उसके खिलाफ लिखित आवेदन अबतक नहीं देने के चलते पुलिस अपने स्तर से जांच कर उसे छोड़ दिया । पुलिस से कहा कि राजीव कुमार 98 हजार रुपये वापस कर देगा। बैंक को रुपये मिलते ही फरजाना खातून के खाते में पैसा डाल दिया जाएगा। चेक चोरी के संबंध में अभी जांच चल रही है। परंतु शाखा प्रबंधक यह नहीं बता पा रहे हैं कि प्राथमिकी क्यों नही दर्ज किया गया। यदि राजीव कुमार 98 हजार रुपया नहीं देगा तो फरजाना खातून को पैसा कैसे मिलेगा ? केनरा बैंक दारौंदा में चेक चोरी हो जाने की बात शाखा प्रबंधक स्वीकार तो कर रहे हैं। परंतु इस मामले में कार्रवाई करने से पीछे हट रहे हैं । बैंक में ऐसी घटना हो जाने के बाद भी बैंक के पदाधिकारियों को कार्रवाई नहीं करने की चर्चा पर उपभोक्ताओं के बीच बहस छीड़ गई हैं । उपभोक्ताओं का कहना है कि चेक चोरी की घटना सीसीटीवी खंगालने के बाद सब कुछ सच्चाई सामने आ जाएगी । अबतक बैंक शाखा प्रबंधक ना तो सीसीटीवी देखकर पहचान कर रही है और ना ही मामले पर कार्रवाई के मूड मे हैं । इस मामले में केनरा बैंक के शाखा प्रबंधक ने कहा कि मामले की जांच फिलहाल अपने स्तर से कर रहे हैं ।
केनरा बैंक से चेक चोरी व निकासी मामले में हाईटेक ड्रामा शुरू
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