परवेज अख्तर/सिवान: भगवानपुर हाट किसान सलाहकारों के अनिश्चितकालीन हड़ताल पिछले छह जून से जारी है। इसका असर खरीफ फसल पर स्पष्ट दिख रहा है। किसानों के हड़ताल का एक माह होने वाला है, लेकिन किसानों के लिए आया बीज ई-किसान भवन की शोभा बढ़ा रहा है। कृषि समन्वयक एवं किसान सलाहकारों को एक साथ हड़ताल पर जाने के कारण कृषि व्यवस्था चौपट हो गई है। किसानों के लिए आए धान बीज का मात्र 33 प्रतिशत ही वितरण हो पाया है। धान का बिचड़ा गिराने का काम अंतिम पड़ाव पर है। वैसे किसान एक तरफ मौसम का दंश झेलते रहे तो दूसरी ओर बिहार बीज निगम द्वारा मुहैया कराए गए धान का बीज खरीद किसान पछताने लगे हैं। मुख्यमंत्री तीब्र बीज विस्तार योजना का बीज तो नर्सरी में जमने के बजाय सूख गए हैं।
किसान सलाहकार एवं कृषि समन्वयकों के सलाह से किसानों तक धान बीज पहुंच पाती थी। इस बार हड़ताल पर चले जाने से सरकार की खरीफ फसल की योजना खटाई में पड़ती दिख रही है। प्रखंड के ई-किसान भवन में किसानों के बीच वितरण करने हेतु 168 क्विंटल धान के बीज की आपूर्ति हुई थी, इसमें मात्र 74 क्विंटल का ही वितरण हो पाया है। किट बीज के 57 पैकेट आया था। उसमें से मात्र एक पीस किट का वितरण हो पाया है। प्रखंड कृषि पदाधिकारी वीरेंद्र कुमार मांझी ने कहा कि विभाग से मिले कुल बीज का वितरण हर हाल में करना है। बीज गिराने का अवधि समाप्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि किसान ई किसान भवन से बीज निगम का बीज प्राप्त करें। जिस किसान का बीज नहीं जमा है वह आवेदन दें। मैं उसे वरीय अधिकारी तक भेजूंगा ।