अंधे पिता का छीन गया सहारा
✍️परवेज़ अख्तर/सिवान:
दारौंदा थाना क्षेत्र के कौथुआ सारंगपुर के पिरही टोला निवासी बच्चा साह के पत्र अरविंद कुमार साह की सूडान के ओमदूरमान में दो जुलाई को वर्दीधारी जवानों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। उसकी मौत के बाद स्वजन गुरुवार को डीएम से मिलकर अरविंद का शव सूडान से मंगाने की गुहार लगाने के बाद शव आने का इंतजार कर रहे हैं। वहीं मृतक की पत्नी किरण देवी, मां सुमित्रा देवी, पिता बच्चा साह, छोटे भाई प्रदीप साह सहित अन्य स्वजनों ने अरविंद का फोटो लेकर हर आने वाले लोगों से शव लाने की मांग कर रहे हैं। मृतक के स्वजनों ने जिलाधिकारी, विधायक कर्णजीत सिंह को आवेदन देकर विदेश मंत्रालय से संपर्क कर शव को वापस लाने की मांग कर रहे हैं। शव लाने में विलंब होने पर स्वजनों को चिंता सता रही है। मृतक अरविंद साह के रिश्तेदार एवं दोस्त विनोद साह से भी संपर्क नहीं हो पा रहा है। इस कारण वहां की गतिविधियों की जानकारी नहीं मिल पा रही है। शुक्रवार को अरविंद की पत्नी किरण देवी,मां सुमित्रा देवी,अन्य स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया था।स्वजनों के रोने की आवाज से आसपास का माहौल पूरी तरह गमगीन हो गया है। स्वजन एजेंट चकरी निवासी अमित कुमार सिंह से संपर्क करने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन संपर्क नहीं हो पा रहा है।
अंधे पिता का छीन गया सहारा :
सूडान में अरविंद साह की हुई हत्या के बाद दिव्यांग (अंधा) पिता बच्चा साह का सहारा छीन लिया गया। अरविंद के पिता बच्चा साह जन्मजात दृष्टि बाधित हैं जिन्हें सरकार द्वारा पेंशन प्रति माह चार सौ रुपये मिलता है। परिवार आर्थिक स्थिति दयनीय है। पुत्र अरविंद साह को विदेश जाने के बाद पिता सहित पूरे परिवार को गरीबी से ऊपर उठने की उम्मीद जगी हुई थी। अरविंद का छोटा भाई प्रदीप साह अभी कुछ नहीं करता है जबकि पूरे परिवार का पालन पोषण अरविंद साह ही करता था।पिता बच्चा साह तीन भाई हैं तीनों भाई संयोग कहें या शाप तीनों जन्मजात दृष्टि बाधित हैं। दूसरे भाई वीरेंद्र साह एवं तीसरे भाई धर्मेंद्र साह है। ऐसे में अरविंद साह की हत्या के बाद अंधे पिता की मिली लाठी भी टूट गई। ज्ञात हो कि अरविंद इसी वर्ष चार फरवरी को कमाने के लिए सूडान गया था जहां दो जुलाई को वहां के वर्दीधारी जवानों ने गोली मारकर उसकी हत्या कर दी थी।