परवेज अख्तर/सिवान: जिले के सिसवन प्रखंड के महानगर और घुरघाट गांव में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की ओर से बुधवार को गुरु दक्षिणा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें मार्गदर्शक के तौर पर खंड कार्यवाह रमेश तिवारी मौजूद थे। इस दौरान सनातन धर्म और संस्कृति के प्रचार प्रसार के लिए कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विचार विमर्श किया गया। बौद्धिक देते हुए कमलेश सिंह ने बताया कि 1928 ई. से गुरु पूर्णिमा के दिन से गुरु पूजन की परंपरा शुरू हुई।
संघ ने अपने गुरु की जगह पर किसी व्यक्ति विशेष को मान न देते हुए परम पवित्र भगवा ध्वज को ही सम्मानित किया है। इसका कारण है कि व्यक्ति कितना भी महान क्यों न हो, फिर भी वह कभी भी स्थिर या पूर्ण नहीं रह सकता। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की और से प्रत्येक वर्ष गुरु दक्षिणा कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है इसमें व्यक्ति अपनी इच्छा अनुसार धनराशि देता है और यदि उसके पास धन नहीं है तो पुष्प अर्पित करता है। कार्यक्रम में स्वंयसेवक देवेंद्र तिवारी, शंभू प्रसाद ब्याहुत सहित दर्जनों लोग मौजूद थे।