भगवानपुर हाट: पीड़ित के घर जांच को पहुंची अति पिछड़ा आरक्षण महामोर्चा की टीम

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Siwan Online News

परवेज अख्तर/सिवान: जिले के भगवानपुर हाट थाना क्षेत्र के कौड़ियां टोले लिलही में गुरुवार को राज्य सभा के पूर्व सांसद विनोद नायक के नेतृत्व में अति पिछड़ा आरक्षण महामोर्चा की टीम पहुंची। टीम 17 जुलाई को हुई युवक रोहित कुमार की हत्या व पुलिस द्वारा ग्रामीणों की पिटाई एवं युवक की मौत में दोषी मामले की जांच की। इस दौरान टीम परिवार तथा ग्रामीणों से पूछताछ की। मृतक के पिता मुन्नी लाल महतो ने जांच टीम को बताया कि उनके पुत्र का शव उनके घर पर रखा हुआ था। रात्रि में पुलिस उनके घर पर पहुंच बर्बरता पूर्वक लाठी से पिटाई कर उनके परिवार की महिला एवं पुरुष सदस्यों को घायल कर दिया। वहीं पुलिस उनकी पुत्री किरण कुमारी के पैर पर गाड़ी चढ़ा दी जिससे उसका पैर जख्मी हो गया। पड़ोसी माला देवी ने जांच टीम को बताया कि महाराजगंज के एसडीपीओ से आश्वासन मिला था कि घटना में पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। राज्यसभा के पूर्व सांसद ने बताया कि पुलिस की बर्बर कार्रवाई से गांव में भय का माहौल है।

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पुलिस की भय से अति पिछड़ा वर्ग के परिवार के इस टोला के सभी लोग घर छोड़ भागे- फिरते हैं। उन्होंने एसपी से गांव में शांति व्यवस्था कायम करने की मांग की तथा इस मामले के दोषी को पहचान कर कार्रवाई करने की भी मांग की। जांच टीम में महामोर्चा के संरक्षक राज्य सभा के पूर्व सांसद के अलावा प्रदेश अध्यक्ष जयनाथ चौहान, प्रदेश महासचिव श्रवण कुमार एवं मंजू कुमारी चौहान, जिला प्रवक्ता धर्मेंद्र बैठा, सचिव प्रदीप महतो एवं ललन चंदवंशी, स्थानीय अतिपिछड़ा महामोर्चा के नेता उपस्थित थे। ज्ञात हो कि कौड़िया टोले लिलही में रोहित कुमार नामक एक युवक को गांव के ही हंसनाथ महतो एवं उनके स्वजन अपने घर में बांध कर गंभीर रूप से पिटाई कर पुलिस को सूचना देकर थाना भेजवा दिया था। पुलिस घायल युवक को बंधनमुक्त करा पुलिस अभिरक्षा में थाना लाईजहां से उसे सीएचसी में उपचार हेतु भर्ती कराया।

स्थिति खराब होने पर चिकित्सकों ने रोहित को सदर अस्पताल रेफर कर दिया था, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसकी मौत की खबर से गांव में आक्रोश व्याप्त हो गया। पोस्टमार्टम के बाद रोहित का गांव में शव पहुंचने पर ग्रामीण शव को एनएच 227 ए पर रख प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शन स्थल पर पहुंची पुलिस और पब्लिक के बीच झड़प हो गई इसमें एक एसआइ रवि कुमार, एएसआइ शैलेश कुमार सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। उसी रात गांव में गई पुलिस पर एक बार फिर से ग्रामीणों ने हमला कर दिया, इसमें एएसआइ कृष्णा राम, सिपाही दीपक कुमार एवं दारौंदा थाना के सिपाही ओमप्रकाश यादव घायल हो गए। ग्रामीणों के हमले में पुलिस की कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गई। इस मामले में दर्जन भर ग्रामीण भी घायल हुए थे।