परवेज अख्तर/सिवान: सिसवन एक तरफ राज्य व केंद्र सरकार का कहना है कि किसानों को लाभ पहुंचाए बिना देश का विकास संभव नहीं है। वहीं दूसरी तरफ सरकारी स्तर पर सिचाई की कोई व्यवस्था नहीं होने से प्रखंड क्षेत्र के किसान साल दर साल कर्ज तले डूबते जा रहे हैं। बारिश नहीं होने पर किसानों के लिए वरदान साबित होने वाले ये सरकारी नलकूप इन दिनों किसानों के लिए सफेद हाथी साबित हो रहा है।
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प्रखंड के घुरघाट में स्थित राजकीय नलकूप पिछले 20 वर्षों से बंद पड़ा है। इससे फसलों की सिंचाई के लिए किसानो को आर्थिक परेशानी उठानी पड़ रही है। इसको चालू कराने के लिए स्थानीय सांसद, विधायक द्वारा आजतक कोई सकारात्मक पहल नहीं की गई है। यहीं हाल प्रखंड क्षेत्र के छितौली गांव में लगे सरकारी नलकूप का भी है, जो वर्षों से खराब होकर पूरी तरह से बंद हो चुका है।