परवेज अख्तर/सिवान: जिले के भगवानपुर हाट प्रखंड के शंकरपुर पंचायत में 21 जुलाई को कचरा प्रसंस्करण इकाई का उद्धाटन किया गया था। इस दौरान पंचायत में कचरा एकत्रित करने के लिए डस्टबिन का वितरण किया गया। वितरण के पांच दिन भी नहीं बीते डस्टबिन टूट गया। इससे लोगों में इस व्यवस्था को ले रोष देखा जा रहा है। ग्रामीणों ने प्रशासन व जनप्रतिनिधियों ने राशि की लूट खसोट का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की।ज्ञात हो कि इस योजना में सरकार द्वारा करीब 12 से15 लाख रुपया खर्च की जा रही है इसमें प्रति परिवार में एक गीला और सूखा कचरा एकत्रित करने के लिए डस्टबिन का वितरण शामिल है। शंकरपुर पंचायत में करीब 21 सौ परिवार में दो- दो डस्टबिन का वितरण किया गया।
डस्टबिन वितरण के पांचवें दिन ही डस्टबिन फट गया और खुद को कचरा के श्रेणी में आ गया। पंचायत द्वारा घटिया डस्टबिन वितरण करने से नाराज ग्रामीणों ने मंगलवार को टूटा डस्टबिन को दिखा कर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार की राशि की लूट का यह परिणाम है कि मिलने के पांचवें दिन ही दस्तबिन टूट गया। काेइरीगांवा वार्ड संख्या एक के लाभुक अशोक प्रसाद, पंचू महतो, देवमुनी देवी, शंकरयादव, विनोद शर्मा, बृजकिशोर बैठा ने बताया कि कचरा मुक्त गांव बनाने की योजना पूरी तरह से लूट का शिकार बन गई है।
उन्होंने प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों पर घटिया सामग्री देने का आरोप लगाया। उक्त सभी लाभुकों ने इस योजना में डस्टबिन खरीदारी की राशि का बंदरबांट का आरोप लगाते हुए वरीय अधिकारी स्तर से जांच कराने की मांग की है। इस संबंध में मुखिया बिंदु देवी ने कहा कि जिनका डस्टविन टूट गया है । वह बदल दिया जायेगा बीडीओ डॉ कुंदन ने कहा कि लाभुको के शिकायत पर जांच कर आवश्यक करवाई की जाएगी ।