परवेज अख्तर/सिवान: जिले के गुठनी, आंदर, हुसैनगंज, रघुनाथपुर, मैरवा, दरौली समेत विभिन्न जगहों पर शनिवार को हुई वर्षा ने जहां लोगों को गर्मी से राहत दिलाई, वहीं सूख रहे धान व मक्का के फसलों में जान आने से किसानों के चेहरे खिल उठे। हालांकि यह वर्षा कृषि के लिए काफी कम ही रही। शनिवार को जिले का तापमान अधिकतम 34 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम 27 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया है। जानकारी के अनुसार कई दिनों से वर्षा नहीं होने के कारण गर्मी से आम लोग परेशान थे, वहीं दूसरी ओर पानी के अभाव में किसान के खेतों में लगे धान के बिचड़े तथा रोपे गए धान की फसल सूख रहे थे। इसके अलावा खेतों बोले गए मक्के की फसल में सूख रहे थे। यह देख किसानों के चेहरे भी पीले पड़ने लगे थे।
किसान अपनी फसल को लेकर काफी चिंतित थे। कुछ संपन्न किसान तो पंपसेटों के सहारे अपने फसलों की सिंचाई कर लिए थे, लेकिन कमजोर वर्ग के किसान मौसम पर ही निर्भर थे और वर्षा के लिए आसमान पर टकटकी लगाए थे, लेकिन शनिवार को हुई वर्षा से उनके फसलों में जान आने से उनके चेहरे पर खुशी देखी गई। किसानों का कहना था कि यह वर्षा उनकी खेती के लिए काफी कम है, लेकिन इतनी ही वर्षा होने से उनके पीले पड़ रहे फसल में नई जान आ गई। वहीं वर्षा से मुहर्रम पर निकलने वाले ताजिया जुलूस कुछ प्रभावित हुआ। वर्षा के कारण ताजिया भीगने तथा जहां-तहां जल जमाव व कीचड़ होने मेला देखने आए लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। लोगों को ताजिया जुलूस निकालने के लिए कुछ देर इंतजार करना पड़ा।