- गुठनी में ओपीडी व टीकाकरण को ले आशा व प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी में नोकझोंक
- गुठनी में 131 मरीजों का हुआ रजिस्ट्रेशन व इलाज
परवेज अख्तर/सिवान: नौ सूत्री मांगों को ले आशा का प्रदर्शन गुरुवार को 23 वें दिन भी जारी रहा है। आशा अपनी मांगों पर अडिग रहीं। उनका कहना था कि जब तक सरकार उनकी मांगों को मान नहीं लेती प्रदर्शन जारी रहेगा। उनकी मांगों में मानदेय 10 हजार करने, राशि भुगतान में भ्रष्टाचार पर रोक लगाने, सरकारी कर्मी का दर्जा देने, कोरोना काल में कार्य किए गए राशि की भुगतान करने आदि शामिल है। इस दौरान गुठनी स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 131 मरीजों का रजिस्ट्रेशन व इलाज किया गया। हालांकि रजिस्ट्रेशन और ओपीडी शुरू होने के बाद आशा द्वारा इसका विरोध भी किया गया। इस दौरान प्रभारी चिकित्स संग आशा की नोकझोंक भी हुई। वहीं आंगनबाड़ी केंद्रों व अन्य स्थानों पर नियमित टीकाकरण करने वाले कर्मियों से वैक्सीन भी आशा द्वारा छीन लेने का मामला सामने आया। हड़ताली आशा का कहना था कि हड़ताल के बावजूद भी अन्य लोगों से टीकाकरण कराया जा रहा है। अधिकांश आशा पटना चली गईं, इस कारण प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा मनमानी की जा रही है और मुकदमा करने की धमकी भी दी जा रही है।
- ओपीडी में तैनात डा. नीरज कुमार ने बताया कि गुरुवार को 131 मरीजों का रजिस्ट्रेशन कर इलाज किया गया है। साथ ही वैक्सीनेशन व अन्य सभी कार्य चल रहा है। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. शब्बीर अख्तर ने बताया कि आशा द्वारा टीकाकरण रोकने का प्रयास किया गया। यदि आशा अस्पताल के सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करती हैं तो उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। वहीं दूसरी जिले के विभिन्न अस्पतालों में गेट से हटकर आशा धरना प्रदर्शन पर बैठी रही तथा अस्पताल में ओपीडी, टीकाकरण आदि का कार्य जारी रहा। दूसरी ओर बसंतपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पुष्पा कुमारी, महाराजगंज में नीलम कुमारी, दारौंदा में सुशीला देवी, हसनपुरा में दुर्गावती देवी, भगवानपुर हाट में मालती कुंवर व मीरा देवी, बड़हरिया में माया देवी, आंदर में माधुरी देवी, हुसैनगंज में प्रखंड अध्यक्ष रंजू देवी, सिसवन में मीना देवी, लकड़ी नबीगंज में नूरजहां खातून, गोरेयाकोठी में अनीता देवी के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया।
सिवान: नौ सूत्री मांगों को ले आशा का प्रदर्शन 23वें दिन भी जारी
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