परवेज अख्तर/सिवान: छह माह पहले घर से दोस्तों संग बाजार निकला श्रवण आज तक वापस नहीं लौटा। इस दौरान उसके स्वजन उसे ढूंढते रहे। कभी पुलिस तो कभी रिश्तेदारों से मदद मांगी। बेटे की वापसी की राह देखते देखते मां की आंखें पथरा गईं। कुछ ही दिन में मां बीमार हो गई। उसे गोरखपुर के एक नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया। जब वह स्वस्थ होकर लौटी तो एक बार फिर उसे गायब बेटे का ख्याल आया। इसी दौरान इंटरनेट मीडिया पर ऐसी तस्वीरें प्रसारित हुई जिसे देख श्रवण के स्वजन के पैरों तले की जमीन खिसक गई। छह माह पहले घर से पैंट शर्ट और माथे पर तिलक लगाकर निकला श्रवण प्रसारित तस्वीर में कुर्ता पजामा और दाढ़ी टोपी में दिख रहा था। श्रवण की मां ने बताया की इंटरनेट मीडिया पर जो तस्वीर प्रसारित हो रही है वह उसके ही बेटे श्रवण की है। आंखों में आंसू लिए बेटे को खुद से हमेशा के लिए छिनता हुआ महसूस कर नैना देवी कांप गई। उसने कहा कि मां की आंखें कभी धोखा नहीं खा सकती। बेटे के मतांतरण ने मां को बदहवास कर रखा है। वह चाहती है कि किसी तरह उसका बेटा उसे वापस मिल जाए। दोषी को उसके किए की सजा मिले,लेकिन श्रवण से साहिल बना युवक कहां है इसकी जानकारी किसी को नहीं है। इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित तस्वीर देखने से लगता है कि वह किसी मदरसे में है। जबकि पुलिस पूरे मामले को अपहरण के रूप में देख रही है। थानाध्यक्ष मनोज कुमार ने कहा कि मैरवा थाने में श्रवण के अपहरण की प्राथमिकी है। पुलिस उसे बरामद करने की कोशिश कर रही है।
थाने का चक्कर काटती रही श्रवण की मां :
श्रवण की मां नैना देवी बेटे के गायब होने के बाद बीमार हो गई । इलाज के बाद जब वह स्वस्थ हुई तो सात जुलाई को मैरवा थाना पहुंची। उसने पुलिस से गुहार लगाई । 17 जुलाई को प्राथमिकी हुई। इंटरनेट मीडिया पर बेटे को बदले वेशभूषा में देख मतांतरण होने की शिकायत लेकर वह आरक्षी अधीक्षक के पास पहुंची। उसने बताया कि मंगलवार को एसपी से उसकी भेंट हुई। उन्होंने उसकी बात॔ सुनी और जांच करा कर आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन भी दिया है।
इंटर की परीक्षा नहीं दे सका श्रवण :
श्रवण कुमार के भाई अभिकांत कुमार ने बताया कि श्रवण कुमार घर से 25 दिसंबर को अचानक गायब हो गया था। उसने उत्तर प्रदेश के बलिया जिला के एक विद्यालय से 2021 में मैट्रिक की परीक्षा पास की थी। इसके बाद मैरवा के एक कालेज में इंटर में नामांकन कराया। फरवरी 2023 में उसकी इंटर की वार्षिक परीक्षा थी, लेकिन 25 दिसंबर 2022 को ही घर से गायब हो गया। इस कारण इंटर की परीक्षा नहीं दे सका।
नौ वर्ष पहले मैरवा आया था परिवार :
श्रवण के पिता प्रदीप कुमार नौ वर्ष पहले गोपालगंज से अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए परिवार लेकर मैरवा आए थे। उन्होंने किराए के मकान में अपनी पत्नी और बच्चों को रखा। परिवार के भरण-पोषण के लिए वह राजमिस्त्री का काम करते थे। परिवार का बढ़ता खर्च देखकर वे दो वर्ष पहले ओमान चले गए। जब उन्हें बेटे श्रवण से जुड़ी घटना मालूम हुई तो वे परेशान हो गए।
पंचायती में उठा था प्रेम प्रसंग का मामला :
श्रवण की मां ने बताया कि एक वर्ष पहले पड़ोस एक लड़की और उसके बेटे के बीच प्रेम संबंध का जैसे ही उसे आभास हुआ उसने विरोध किया। उसने अपने बेटे को भी समझाया और पड़ोसन से मिलकर उन्हें अपनी बेटी को समझाने को कहा, लेकिन जब सुधार नहीं हुआ तो उसने पास के कुछ लोगों से मिलकर पंचायती करने और पड़ोसन और उसकी बेटी को समझाने की गुहार लगाई। पंचायती हुई ,लेकिन स्थिति में बदलाव नहीं हुआ। उसने अपने बेटे श्रवण से मोबाइल ले लिया। कुछ दिनों के लिए मैरवा छोड़कर वह अपने गांव चली गई। उसने कहा कि जब भी समझाने की कोशिश की गई उसके बेटे को प्रेम जाल में फंसाने वाली युवती और उसकी मां उससे उलझ पड़ती थीं। मैरवा थाना और पुलिस अधीक्षक को दिए आवेदन में नैना देवी ने अपने पड़ोस की मां बेटी को नामजद किया है।