परवेज अख्तर/सिवान: जिले के दारौंदा, आंदर, बड़हरिया आदि प्रखंडों में बुधवार को जल जीवन हरियाली के तहत बरगद का पौधारोपण कर पृथ्वी एवं पर्यावरण को हरा भर बनाने का संकल्प लिया गया। साथ ही पेड़ के महत्व पर लोगों को जानकारी दी गई। जानकारी के अनुसार दारौंदा प्रखंड के विभिन्न कार्यालय व विद्यालयों में बरगद के कुल 214 पौधे लगाए गए। मौके पर बीडीओ सूर्य प्रताप सिंह सेंगर ने कहा कि बिना पेड़ के जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। मनुष्य हो या जीव-जंतु, सभी के लिए आक्सीजन देने वाले ये पेड़ विशेष महत्व रखते हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान प्राणवायु को लेकर हर व्यक्ति परेशान दिखा और कई लोगों ने इस महामारी में आक्सीजन की कमी के चलते दम तोड़ दिया। सीओ दीनानाथ कुमार ने कहा कि सनातन परंपरा में बरगद का वृक्ष आस्था का प्रतीक है। बड़ी मात्रा में आक्सीजन उत्सर्जित करने वाला बरगद का पेड़ जीवन चक्र की निरंतरता का भी प्रतीक है।
डा. हरिशंकर सिंह ने कहा कि वट सावित्री व्रत पर सुहागिनें अखंड सौभाग्य और पति की दीर्घायु के लिए वट सावित्री की पूजा करती हैं। औषधीय गुणों से भरपूर वट वृक्ष के पौधे का रोपण करने के लिए इस बार महिलाएं भी संकल्प लेती दिख रही हैं। बीईओ शिवजी महतो ने कहा कि बरगद, पीपल का वृक्ष देखते ही हर किसी के शीश आस्था से झुक जाते हैं। शीतल छाया देने वाला बरगद का वृक्ष जीवन रक्षक भी हैं। बीईओ ने बताया कि विद्यालयों में 179 पेड़ बरगद का लगाए गए हैं। इसके अलावा विभिन्न कार्यालयों में बरगद का पेड़ एक अभियान के तहत लगाया जा रहा है। आंदर प्रखंड के पतार पंचायत में दो अमृत सरोवर किनारे मुखिया संध्या देवी द्वारा दो यूनिट अर्थात 400 बरगद व गुलमोहर के पौधे लगाए गए हैं।
इस मौके पर पीआरएस राजमणि कुमार, मुखिया प्रतिनिधि अरविंद कुमार सिंह, रंजीत सिंह, धीरेंद्र कुमार समेत दर्जनों लोग उपस्थित थे। वहीं बड़हरिया के विभिन्न विद्यालय परिसर में संबंधित प्रधानाध्यापकों द्वारा पौधारोपण किया गया। पौधारोपण के बाद प्रधानाध्यापकों द्वारा पौधा की सुरक्षा के लिए भी इंतजाम किए गए। इस अवसर पर शिक्षक नेता जयप्रकाश गुप्ता, प्रधानाध्यापक प्रदीप कुमार मंडल, गुड्डी कुमारी, शिक्षक ब्रजेश प्रसाद, नीति निहारिका सहित दर्जनों प्रधानाध्यापक व शिक्षक उपस्थित थे। इसके अलावा अन्य प्रखंडों में पौधारोपण किया गया।