परवेज अख्तर/सिवान: जिलाधिकारी मुकुल कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में श्रम विभाग/ आइटीआई/पालिटेक्निक से संबंधित समीक्षा बैठक हुई। समीक्षा के क्रम में पाया गया कि एक अप्रैल 2017 से लेकर दो अगस्त तक 54 हजार 405 मजदूरों का निबंधन किया गया है। वहीं एक अगस्त से अबतक कुल 12 हजार 632 बीओएसडब्लू निबंधन के लिए आवेदन जेनरेट किया गया है। साथ ही सिर्फ सात बाल श्रमिकों को रेस्क्यू किया गया है। जिलाधिकारी ने बस स्टैंड एवं ढाबा के दुकानों पर छापा मारते हुए बाल श्रमिकों को रेस्क्यू करने का निर्देश दिया गया। बिहार राज्य प्रवासी मजदूर दुर्घटना अनुदान योजना 2008 के समीक्षा के दौरान पाया गया कि अबतक कुल 15 मृत मजदूरों के स्वजनों को अनुदान प्राप्त हुआ है।
इसपर डीएम ने सभी श्रम प्रवर्तन पदाधिकारियों को संबंधित प्रखंड के बीडीओ के नेतृत्व में मनरेगा मनरेगा पीओ, जेई, तकनीकी सहायक के साथ 20 अगस्त को बैठक कर उनसे बिहार निवासी मृत प्रवासी मजदूरों के बारे जानकारी लेने की बात कही। साथ ही आश्रितों से संपर्क कर आवेदन जेनरेट करने का निर्देश दिए। साथ ही साथ 31 अगस्त तक विशेष अभियान चलाकर वैसे निबंधित मजदूरों, जिनके निबंधन का एक वर्ष या उस अधिक हो गया है, को बीओएसडब्लू से संचालित योजनाओं का लाभ देना सुनिश्चित करने की बात कही गई। आइटीआई/पालिटेक्निक कालेज की समीक्षा के दौरान बताया गया कि जिले में एक पालीटेक्निक कालेज संचालित है। आइटीआई के प्राचार्य द्वारा बताया गया कि आइटीआई कालेजों का आधारभूत संरचना सही हालत में नही है। इसपर जिलाधिकारी ने जिले के सभी सरकारी आइटीआई कालेजों का निरीक्षण स्वयं करने की बात कही।