✍️परवेज अख्तर/सिवान: जिले के गुठनी प्रखंड से होकर गुजरने वाली सरयू नदी का जलस्तर कम होते ही बाढ़ के पानी से डूबी फसल भी गिरने लगी है। नदी का जलस्तर कम होने से बाढ़ विभाग समेत किनारे बसे लोगों की चिंता कुछ कम जरुर हुई है, लेकिन किसानों की परेशानी बढ़ती नजर आ रही हैं। किसानों की मानें तो सरयू नदी के पानी में डूबी धान की फसल बर्बाद हो गई है। गुठनी के सोहागरा, सोनहुला, श्रीकलपुर, योगियाडीह, गुठनी, तीरबलुआ, बलुआ, ग्यासपुर, मैरिटार, दरौली, डुमरहर, अमरपुर, दुब्बा, नरौली, आंदर, रघुनाथपुर, सिसवन प्रखंड के निचले इलाकों में भी बाढ़ के पानी से फसलें डूब गई थी।
अब नदी का जलस्तर कम होने पर अधिकांश फसलें गल कर गिर चुकी हैं। इससे किसानों की परेशानी ज्यादा बढ़ गई हैं। शुक्रवार को सरयू नदी का जलस्तर दरौली में 60.400 मीटर दर्ज किया गया। यहां खतरे का निशान 60.82 मीटर निर्धारित है अर्थात शुक्रवार को दरौली में सरयू नदी का जल स्तर खतरे के निशान से 0.42 मीटर नीचे है। वहीं सिसवन में सरयू नदी का जलस्तर 56.04 मीटर दर्ज किया गया, जबकि यहां खतरे का निशान 57.04 मीटर निर्धारित है। यहां सरयू नदी का जल स्तर खतरे के निशान से 1.37 मीटर है। बाढ़ विभाग के जेई रत्नेश कुमार रवि ने बताया कि स्थिति बिलकुल नियंत्रण में हैं।