✍️परवेज अख्तर/सिवान: जिले के जी.बी. नगर थाना क्षेत्र के हकमा में रविवार की रात महावीरी अखाड़ा मेला देखने गए किशोर की गले में फंदा डालकर बदमाशों ने हत्या कर दी तथा उसके शव को ईंट भट्ठा के समीप पानी भरे गड्ढ़े में फेंक दिया। मृतक की पहचान दीनदयालपुर हरिजन टोली निवासी महेश राम के पुत्र उपेंद्र कुमार के रूप में हुई है। वहीं घटना के विरोध में आक्रोशित ग्रामीणों ने तरवारा-बड़हरिया मुख्य पथ पर जाम कर प्रदर्शन किया। इससे आवागमन पूरी तरह से प्रभावित रहा। बताया जाता है कि उपेंद्र कुमार रविवार की शाम अपने गांव से महावीरी अखाड़ा जुलूस के साथ हाकमा मेला में गया था। इस दौरान उसकी हत्या कर दी गई। जब वह देर रात्रि तक घर नहीं लौटा तो स्वजनों को चिंता हुई। स्वजन देर रात्रि तक उसकी खोजबीन करते रहे, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चल सका। इससे स्वजनों की बेचैनी बढ़ती गई। सोमवार की सुबह हकमा गांव के कुछ लोग टहलने के लिए ईंट भट्ठा की ओर गए तो पानी भरे गड्ढ़े में किशोर का शव देखा। गड्ढे में शव मिलने की सूचना पर पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। वहीं इसकी सूचना मिलते ही स्वजन भी वहां पहुंचकर शव की पहचान किए और रोने-चिल्लाने लगे। ग्रामीणों ने घटना की सूचना थाने को दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर शव को बरामद करने का प्रयास की, लेकिन आक्रोशित स्वजन और ग्रामीण पुलिस को शव को उठाने से रोक दिया।
साथ ही तरवारा-बड़हरिया मुख्य पथ शव रखकर प्रदर्शन करने लगे। ग्रामीण हत्यारों की गिरफ्तारी एवं वरीय पुलिस पदाधिकारी को बुलाने की मांग कर रहे थे। वहीं घटनास्थल से पुलिस ने एक स्प्लेंडर बाइक बरामद की है।सड़क जाम की सूचना पर जीबी नगर थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार एवं बड़हरिया थानाध्यक्ष पंकज कुमार दल बल के साथ पहुंचे और हत्यारों की पहचान कर शीघ्र उन्हें गिरफ्तार करने व कार्रवाई का आश्वासन देकर जाम हटवाया।इसके बाद शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिए। थानाध्यक्ष ने बताया कि घटनास्थल से एक बाइक बरामद की गई है, जो हत्यारे की बताई जाती है। मामले में स्वजनों द्वारा आधा दर्जन से अधिक लोगो के विरुद्ध नामजद आवेदन दिया गया है। उन्होंने बताया कि पुलिस घटना को लेकर सभी बिंदुओं पर जांच करने में जुट गई है। हत्या में शामिल किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।पुलिस हर हाल में नामजद आरोपितों को गिरफ्तार कर लेगी। वहीं स्वजनों ने बताया कि गांव के ही कुछ लोग पूर्व से हत्या करने की धमकी देते थे और मौका पाकर उपेंद्र की हत्या कर दी तथा साक्ष्य छुपाने के लिए शव को हकमा स्थित चिमनी के समीप गड्ढे में फेंक दिया।
दो घंटे से अधिक सड़क जाम होने से परेशानी :
उपेंद्र की हत्या के विरोध में हकमा गांव में तरवारा-बड़हरिया मुख्य मार्ग करीब दो घंटे से अधिक समय तक रहा। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। सड़क जाम करीब 11 बजे से एक बजे तक रहा। इस कारण आने-जाने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। बाद में पुलिस पदाधिकारियों द्वारा कार्रवाई का आश्वासन देने के बाद सड़क जाम खत्म हुआ।
शव पहुंचते ही स्वजनों का रो-रोकर था बुरा हाल :
उपेंद्र कुमार का पोस्टमार्टम के बाद गांव में शव पहुंचते ही स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। दरवाजे पर काफी संख्या में लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई थी। ग्रामीण स्वजनों को ढाढ़स बंधा रहे थे। मां सुगांती देवी, पिता महेश राम, पवन कुमार, संतु कुमार, बहन क्रमशः रीना देवी, सीमा देवी, रेनु देवी, रिंकू देवी और रीमा देवी समेत अन्य स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। आस पास के ग्रामीण स्वजनों काे ढाढ़स बंधा रहे थे। मृतक उपेंद्र तीन भाई एवं पांच बहनों में सबसे छोटा था।