परवेज अख्तर/सिवान: डीएम के निर्देश पर पदाधिकारियों द्वारा बुधवार को जिले के विभिन्न कार्यालयों का निरीक्षण किया गया तथा संबंधित कर्मियों को कई निर्देश दिए गए। जानकारी के अनुसार महाराजगंज एसडीओ रोचना माद्री ने बुधवार को दारौंदा प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय सिरसांंव का औचक निरीक्षण किया गया। इसके अलावा वार्ड संख्या पांच में जनवितरण प्रणाली की रवि शर्मा के दुकान नलजल योजना की जांच, आंगनबाड़ी केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आदि की जांच की गई। जांच टीम में पंचायती राज पदाधिकारी जनार्दन प्रसाद सिंह, प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी अमूल्य नलीन, पंंचायत सचिव विकास कुमार, जेई सिकंदर कुमार आदि उपस्थित थे। विद्यालय में छात्रों की उपस्थिति, शिक्षकों की उपस्थिति, एमडीएम, शौचालय, पेयजल तथा विभिन्न अभिलेख की जांच की गई। इस दौरान विद्यालय के प्रधानाध्यापक मिथिलेश कुमार तिवारी ने बताया कि विद्यालय तक जाने के लिए रास्ते तक नहीं है। दूसरों के आंगन होकर विद्यालय तक शिक्षक एवं बच्चे आते हैं जबकि इस विद्यालय पर दो मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इस पर एसडीओ ने कहा कि इस मामले को जिलाधिकारी से बातचीत की जाएगी।
इसके अलावा नलजल योजना सरकार की महत्वपूर्ण योजना है। इसको हर घर नलजल योजना शत-प्रतिशत सफल बनाने में सहयोग करें, ऐसे नहीं करने पर आवश्यक कार्रवाई होगी। आंगनबाड़ी केंद्र पर संचालित योजनाओं, अनाजों का वितरण सही तरीके से करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि जांच की रिपोर्ट जिला को भेजा जाएगा। वहीं अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी सह भगवानपुर प्रखंड वरीय पदाधिकारी नितेश कुमार ने बुधवार को प्रखंड क्षेत्र के कई कार्यालयों की जांच की। मुख्य सचिव बिहार पटना के आदेश पत्र के आधार पर जिलाधिकारी के निर्देश पर उन्होंने प्रखंड के आंगनबाड़ी केंद्रों, विद्यालयों, पंचायत भवनों, जन वितरण प्रणाली की दुकानों, नल जल योजना, मुख्यमंत्री गली नली योजना आदि की जांच की। जांच के दौरान उन्होंने माडल आंगनबाड़ी केंद्र रामपुर कोठी की भी जांच की।
जांच में बच्चों को मिलने वाले पोषाहार, गर्भवती महिलाओं को मिलने वाले पौष्टिक आहार, बच्चों की उपस्थिति, सफाई, शौचालय आदि का जायजा लिया। इसके अलावा उन्होंने राजकीय मध्य विद्यालय रामपुर दीघरी में बच्चों एवं शिक्षकों की उपस्थिति, एमडीएम, पोशाक, खेलकूद आदि की विस्तार पूर्वक की जांच की। इस दौरान उन्होंने कक्षा में पहुंच छात्र-छात्राओं से पठन-पाठन संबंधित पूछताछ की। प्रभारी प्रधानाध्यापक मनिंद्र सिंह उर्फ मनीष सिंह से व्यवस्था पर जानकारी ली एवं शिक्षकों को समय से विद्यालय आने एवं बच्चों को पढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया। अनुमंडल लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी ने बताया कि जांच के क्रम में कई कार्यालयों में त्रुटि पाई गई है। संबंधित व्यक्ति को सुधार करने का निर्देश दिया गया है। जांच प्रतिवेदन वरीय पदाधिकारी को प्रेषित कर दिया जाएगा।