✍️परवेज़ अख्तर/सिवान: मैरवा मुख्यालय के नौतन मोड़ स्थित एक मैरेज हाल में रविवार को अखिल भारतीय किसान महासभा का तीसरा जिला सम्मेलन हुआ। इसमें किसानों की समस्याओं पर चर्चा की गई। किसानों से जुड़ी मांग सरकार के समक्ष रखने का निर्णय लिया गया। वर्तमान राजनीतिक परिस्थिति में किसानों को कृषि समस्याओं को लेकर एकजुट होने की जरूरत बताया गया। वर्तमान केंद्र सरकार को पूंजीपतियों की पक्षधर और किसान विरोधी होने का आरोप लगाया गया। एक वर्ष के जनसंघर्ष का रिपोर्ट प्रस्तुत किया गया। अखिल भारतीय किसान महासभा और भाकपा माले के नेतृत्व में किसानों और जन समस्याओं को लेकर संघर्ष के लिए तैयार रहने पर जोर दिया गया।
विधायक अमरजीत कुशवाहा ने नहर में अंतिम छोर तक पानी पहुंचाने, खराब ट्यूबवेल को ठीक कराने, सिंचाई की व्यवस्था करने, फसल क्षति का मुआवजा देने, खेती के लिए नि:शुल्क बिजली उपलब्ध कराने, धान-गेहूं सरकारी मूल्य पर सुगम तरीके से सरकार के द्वारा खरीदने और किसानों को खाद बीज सही समय पर उचित मूल्य पर भरपूर मात्रा में उपलब्ध कराने की गारंटी देने की सरकार से मांग की। उन्होंने कहा कि यदि सरकार इस पर ध्यान नहीं देती है तो आंदोलन तेज किया जाएगा। इस अवसर पर किसान महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजाराम सिंह, राज्य सचिव उमेश सिंह, विशेश्वर यादव, पूर्व विधायक अमरनाथ यादव, दरौली विधायक सत्यदेव राम समेत कई लोगों ने संबोधित किया। साथ ही 29 सदस्यीय जिला कमेटी का गठन किया गया। इसमें जिलाध्यक्ष जयनाथ यादव, उपाध्यक्ष शीतल पासवान, जिला सचिव अशोक प्रसाद को बनाया गया। इस मौके पर काफी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता उपस्थित थे।