✍️परवेज़ अख्तर/सिवान:
नेशनल इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन (नीमा) बिहार के तीसरे अधिवेशन का आयोजन रविवार को जिला इकाई द्वारा शहर के होटल सफायर इन के सभागार में किया गया। इसमें बिहार के विभिन्न जिले से दो सौ से अधिक डाक्टरों ने भाग लिया। अधिवेशन की मुख्य अतिथि सांसद कविता सिंह ने आये सभी चिकित्सकों का स्वागत करते हुए कहा कि नीमा संगठन के चिकित्सकों के संघर्ष में मैं उनके साथ में जिला, राज्य, देश स्तर पर खड़ी हूं। सड़क से सदन तक इनके हितों की रक्षा के लिए प्रयास करूंगी। उन्होंने कहा कि संसद के सत्र में भी मैं आयुष चिकित्सकों की मांगों को रखने का प्रयास करूंगी। विधान पार्षद प्रो वीरेंद्र नारायण यादव ने कहा कि युनानी पद्धति के महान चिकित्सक हकीम अजमल खान ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के साथ आजादी के आंदोलन में बड़ी भूमिका निभाने के साथ-साथ दिल्ली के करोल बाग में भारत का पहला आयुर्वेदिक व युनानी कालेज व चिकित्सालय की स्थापना की।
नीमा बिहार के रजिस्ट्रार सह अध्यक्ष डा. अरुण कुमार सिंह ने सरकार व केंद्र स्तर पर किए जा रहे प्रयासों को बताया। उन्होंने कहा कि राज्यपाल गांगुली का जो एक्ट है उसके अनुसार बीएएमएस और बीयूएमएस चिकित्सकों को बिहार में आधुनिक चिकित्सा से संबंधित अधिकार प्राप्त है। इसके बावजूद भी अगर कोई अड़चन है तो संबंधित पदाधिकारी को पत्र लिखकर अवगत कराया जाएगा। धन्यवाद ज्ञापन अध्यक्ष डा. निराग अली ने किया। कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत भाषण व संचालन करते हुए सचिव डा. केडी रंजन ने सांसद से सिवान में सौ शय्या का आयुष अस्पताल खोलने की माग किया एवं चिकित्सकों के बुनियादी समस्याओं पर कार्य करने की बात कही। आठ चिकित्सकों को चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य हेतु चिकित्सा गौरव सम्मान भी दिया गया। इसमें डा. जेबा प्रवीन, डा. विकास चौरसिया, डा. ओपी पांडेय, डा. किरण कुमारी, डा. शमशेर शामिल थे। मौके पर डा. जाहिद हुसैन, डा. मनोज कुमार मिश्रा, अजय सिंह, डा. अरविंद चौरसिया आदि उपस्थित थे।