✍️परवेज़ अख्तर/सिवान:
काम की तलाश में दुबई गए करीब एक दर्जन मजदूर फंस गए हैं। उनमें सिवान व गोपालगंज समेत यूपी के देवरिया जिले के रहने वाले हैं। दुबई में फंसे मजदूरों ने भारतीय दूतावास से मदद मांगी है। जब 10 दिन बाद भी कोई सहायता नहीं मिली तो इंटरनेट पर वीडियो प्रसारित कर भारत सरकार से उन्हें किसी तरह वापस बुलाने की गुहार लगाई है।उन्होंने रक्षा मंत्री समेत बिहार व उत्तर प्रदेश सरकार से मदद की गुहार लगाते हुए एक आवेदन पत्र भी वीडियो के साथ प्रसारित किया गया है। इनमें सिवान के मैरवा प्रखंड के करछुई गांव के तीन युवक भी शामिल हैं।उत्तर प्रदेश के देवरिया और बिहार के सिवान तथा गोपालगंज जिले के एक दर्जन युवक मजदूरी करने के लिए दुबई की एक कंपनी में 20 दिन पहले गए थे। वहां जाने के बाद पूर्व निर्धारित मजदूरी देने से कंपनी इन्कार कर दिया।
सभी का पासपोर्ट जमा कराने के बाद आधी मजदूरी पर काम करने का एग्रीमेंट करने का दबाव बनाया जाने लगा। मजदूरों द्वारा इन्कार करने पर कंपनी ने उन्हें भोजन देना बंद कर दिया तथा आवास से बाहर कर दिया। अब वे सड़क के किनारे सोने को विवश हैं। उनके समक्ष भोजन की भी समस्या उत्पन्न हो गई है। वे शिकायत करने भारतीय दूतावास के पास पहुंचे, लेकिन 10 दिन बाद भी उन्हें कोई मदद नहीं मिल सका। अब उन्होंने एक वीडियो वायरल कर भारत सरकार से मदद करने और सभी को किसी तरह भारत बुला लेने का अनुरोध किया गया है। उधर युवकों के स्वजन चिंतित हैं।
गुहार लगाने वाले युवकों में सिवान के मैरवा थाना क्षेत्र के करछुई निवासी रमेश चौहान, भोला कुमार सिंह और गौरव कुमार सिंह, सिवान के प्रमोद कुमार, देवरिया के बनकटा थाना क्षेत्र के इंगुरी सराय निवासी शत्रुघ्न कुमार, भाटपार रानी के खड़ेसर निवासी मनीष यादव, बरहज थाना क्षेत्र के गाडौना निवासी राजू कुमार और गोपालगंज के भोरे थाना क्षेत्र के नरेंन डूमर निवासी रोशन कुमार मिश्रा शामिल हैं। करछुई निवासी जदयू अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष मोहन प्रसाद राजभर पीड़ित परिवार से मिलने के बाद केंद्र सरकार से दुबई में फंसे सभी युवकों की मदद करने की मांग की है।