✍️परवेज़ अख्तर/सिवान:
डीआरसीसी कर्मियों की पांच सूत्री मांग को लेकर चौथें दिन भी शुक्रवार को हड़ताल जारी रही। सभी कर्मी काम बंद कर डीआरसीसी परिसर में बाहर धरना पर बैठे रहे। धरना पर बैठे सिंगल विंडो आपरेटर व मल्टीपर्पस असिस्टेंट संघ के जिलाध्यक्ष शेखर देव ने बताया की पिछले मार्च माह में हम लोगो ने पांच सूत्री मांगों को लेकर धरना दिया था, इसके बाद बिहार विकास मिशन के तत्कालीन महाप्रबंधक द्वारा प्रदेश अध्यक्ष के साथ कई बिंदुओं पर लिखित समझौता कर पांचवें दिन हड़ताल समाप्त करवाया था। हम लोगो की मांग को दो माह के अंदर पूरा करने की बात कही गई थी, आश्वासन के पांच महीने बाद ही महाप्रबंधक का स्थानांतरण दूसरे विभाग में हो गया।
इसके बाद मांगों को फिर एक बार ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। वहीं वैकल्पिक व्यवस्था के तहत जिन कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई है, उनको लागिन आइडी व पासवर्ड नहीं मिलने से कार्य पूरी तरह से ठप हो गया है। गौर करने वाली बात है कि मुख्यमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट सात निश्चय में अति महत्वाकांक्षी योजना आर्थिक हल युवाओं को बल के अंतर्गत बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड, मुख्यमंत्री स्वयं सहायता भत्ता योजना और कुशल युवा कार्यक्रम का कार्य होता है। इससे लाखों विद्यार्थी लाभान्वित होते हैं।