महाराजगंज: सदस्यों के हंगामा की वजह से मुख्य पार्षद ने छोड़ी बैठक

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परवेज अख्तर/सिवान: महाराजगंज नगर पंचायत बोर्ड की बैठक शुक्रवार को नगर पंचायत सभागार में आयोजित हुई। मुख्य पार्षद शारदा देवी की अध्यक्षता में बैठक की कार्यवाही शुरू की गई। बैठक में सदस्यों द्वारा नगर पंचायत द्वारा की गई सामानों की खरीददारी पर शोर शराबा किया जाने लगा। सदस्यों ने 23 अगस्त को संपन्न हुई सशक्त समिति के बैठक की कार्यवाही पंजी उपलब्ध कराने के मांग करते हुए हंगामा करने लगे। नगर पंचायत के ईओ हरिश्चंद्र और मुख्य पार्षद शारदा देवी द्वारा सदस्यों को शांत होकर अपनी बात रखने की अपील किया गया, लेकिन सदस्य हंगामा करते रहे। इससे नाराज होकर मुख्य पार्षद बैठक छोड़ कर चली गई। इस कारण ईओ हरिश्चंद्र ने बैठक की कार्यवाही स्थगित कर दी। मुख्य पार्षद ने बताया कि नगर पंचायत के कुछ सदस्यों द्वारा बैठक के एजेंडा पर विचार विमर्श नहीं किया जा रहा था। रणनीति के तहत बैठक नहीं होने देने एवं गैर जरूरी दूसरे मुद्दे को उठा कर हल्ला हंगामा किया जा रहा था, ताकि बैठक को स्थगित कराई जा सके तथा इस वजह से मुख्य पार्षद की बदनामी हो सके।

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उप मुख्य पार्षद गुड़िया कुमारी ने ईओ को दिया ज्ञापन :

नगर पंचायत के उप मुख्य पार्षद गुड़िया कुमारी ने नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी हरिश्चंद्र को एक ज्ञापन दिया है। ज्ञापन में कार्यपालक पदाधिकारी से 23 अगस्त को संपन्न हुई सशक्त समिति के बैठक की कार्यवाही पंजी उपलब्ध कराने के मांग की है। ज्ञापन में कहा है कि 13 अगस्त को मासिक बोर्ड की बैठक आयोजित की गई है, बैठक में एजेंडा क्रमांक संख्या दो सशक्त स्थाई समिति की बैठक 23 अगस्त के अनुमोदन से संबंधित है जिसके आलोक में कहना है कि उक्त बैठक की कार्यवाही पंजी की छायाप्रति अभी तक मुझे उपलब्ध नहीं कराई गई है, ताकि आज की बैठक में इसका अनुमोदन पर विचार विमर्श हो सके। कार्यवाही पंजी की छायाप्रति उपलब्ध नहीं कराने की स्थिति में अनुमोदन करना उचित प्रतीत नहीं होता है। इस संबंध में अवगत कराना है कि 23 अगस्त को सशक्त अस्थाई समिति की बैठक आयोजित नहीं हुई थी। श्रीमान जनगणना में व्यस्त होने के कारण बैठक नहीं करा सके, साथ ही बैठक में माननीय सदस्य भी उपस्थित नहीं थे। कार्यालय में लगे सीसी कैमरे का फुटेज से भी देखा जा सकता है। यह बैठक नियमानुकूल नहीं कहा जा सकता है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा है कि 23 अगस्त की सशक्त की बैठक राशि के अवैध निकासी करने के उद्देश्य से कागजी रूप में की गई है।