परवेज अख्तर/सिवान: दगाबाज बलमा ने एक बार फिर दगा दे ही दिया। पहली पत्नी के रहते उसके बिना अनुमति उसने तीसरी शादी रचा ली। इस बार फर्जी बराती के साथ दुल्हन लाने ससुराल पहुंचा। निकाह की फिर शादी की रस्म अदा हुई और दुल्हन लेकर घर पहुंच गया। पति से प्रताड़ित पहली पत्नी को जब मालूम हुआ तो वह भी बच्चों के साथ मायके से ससुराल आ धमकी। सौतन और पति के बच्चों को देख नई नवेली दुल्हन के होश उड़ गए। उसके सारे सपने तार-तार हो गए। युवक की तीसरी पत्नी ने पिता को फोन कर अपनी बदकिस्मती का रोना रोया तो पिता के पैर तले की जमीन खिसक गई। वह कुछ लोगों के साथ बेटी के ससुराल पहुंचे और पंचायत बुलाई।
फिर बेटी को लेकर अपने घर चले गए। धोखाधड़ी कर शादी करने का यह मामला सिवान जिला के मैरवा थाना क्षेत्र के बैकुंठ छापर का है। बताते हैं कि मैरवा के बैकुंठ छापर के जुम्मन मंसूरी उर्फ मनौवर अली की शादी 2007 में उत्तर प्रदेश के सलेमपुर थाना क्षेत्र के मझौली राज निवासी असगर अली की पुत्री शमा परवीन के साथ धार्मिक रीति रिवाज के साथ हुई थी। पहली पत्नी से चार बच्चे हैं। बड़ी बेटी 16 वर्ष की और छोटा बेटा चार वर्ष का है। पति की प्रताड़ना से परेशान पत्नी बच्चों के साथ कभी ससुराल तो कभी मायके रहती है। शादी के नौ वर्ष बाद जुम्मन मंसूरी ने अपनी पहली पत्नी को बिना बताए 2016 में दूसरी शादी कर ली। इस बार उसने उत्तर प्रदेश के देवरिया के बनकटा थाना क्षेत्र के खड़ेसर बरात लेकर गया और शादी कर दुल्हन को अपने घर ले आया।
जब उसकी दूसरी दुल्हन को जानकारी हुई कि उसका पति पहले से शादीशुदा है तो शादी के बाद 10 दिन के बाद ही उसने पति से तलाक ले ली लेकिन जुम्मन अपनी आदत से बाज नहीं आया। एक बार फिर उसने घरवालों की जानकारी के बिना तीसरी शादी रचा ली। इस बार वह 20 अक्टूबर को सिवान जिला के हुसैनगंज थाना क्षेत्र के सलेमपुर बरात लेकर गया। लेकिन बराती गांव के लोग नहीं थे। बताया जा रहा है कि उसने कुछ लोगों को बरात लेकर गया वे दूसरे गांव के लोग थे। पहली पत्नी और बच्चों को शादी की जानकारी नहीं हुई क्योंकि पहली पत्नी अपने मायके थी। उसे जब जानकारी हुई तो वह भागी-भागी अपने ससुराल पहुंची।
इधर तीसरी दुल्हन को दो दिन बाद ही पति की पहली पत्नी और बच्चे को देख होश उड़ गए। इसकी जानकारी फोन पर अपने पिता को दी। पिता कुछ लोगों के साथ 23 अक्टूबर को बेटी के ससुराल पहुंचे और धोखाधड़ी से हुई शादी को लेकर ग्रामीणों को एकत्रित किया। पंचायती भी हुई, लेकिन धोखाधड़ी का शादी करने वाला युवक जुम्मन मंसूरी उर्फ मनौवर अली और शादी करने वाला बिचौलिया फरार है। धोखाधड़ी से हुई शादी को लेकर युवक की तीसरी दुल्हन के पिता मैरवा थाना पहुंचे, लेकिन उसने अभी थाने में आवेदन नहीं दिया है।