परवेज अख्तर/सिवान: बिहार राज्य स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ के तत्वावधान में दो दिवसीय 11वां राज्य सम्मेलन का शुभारंभ शहर के टाउन हाल में हुआ। इस दौरान मार्च निकाला गया। मार्च टाउन हाल से शुरू होकर जेपी चौक पहुंचा और पुन: टाउन हाल पहुंचकर सभा में तब्दील हो गया। इस दौरान आरएन ठाकुर द्वारा झंडोत्तोलन किया गया। साथ ही एक्टू के राष्ट्रीय महासचिव राजीव डिमरी के नेतृत्व में शहीद वेदी पर पुष्पांजलि अर्पित की गई। राज्य सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए महासचिव श्यामलाल ने की। मुख्य अतिथि राजीव डिमरी ने अपने संबोधन में कहा कि केंद्र व राज्य सरकार की निकाय कर्मचारी विरोधी रवैया के कारण वर्षों से कार्यरत दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी का नियमितीकरण आदि नौ सूत्री मांगों की पूर्ति नहीं हुई है। ऐसे में कर्मचारी एकता व संघर्ष का रास्ता तय कर रणनीति तैयार की जाएगी।
अन्य वक्ताओं ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार की मजदूर, कर्मचारी विरोधी विनाशकारी नीतियों के खिलाफ व नगर निकायों के दैनिक, संविदा व आउटसोर्सिंग कर्मियों के नियमितीकरण, समान काम के लिए समान वेतन, ठेका प्रथा की समाप्ति आदि मांगों की पूर्ति के मामलों में सरकार ने चुप्पी साधी है। इसके लिए चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा। इस दौरान 26, 27 व 28 नवंबर को बड़े पैमाने पर किसानों-मजदूरों का संयुक्त रूप से राज्यपाल के सामने महापड़ाव का आयोजन किया जाएगा। सम्मेलन को भाकपा माले जिला सचिव हंसनाथ राम, जीरादेई विधायक अमरजीत कुशवाहा, पूर्व विधायक अमरनाथ यादव, ऐपवा प्रदेश अध्यक्ष सोहिला गुप्ता, मालती राम समेत अन्य ने संबोधित किया। मौके पर राष्ट्रीय सचिव एसके शर्मा, मजदूर यूनियन जिलाध्यक्ष अमित गोंड, अनीश कुशवाहा सहित अन्य कर्मी मौजूद थे।