परवेज अख्तर/सिवान: बिहार राज्य मिड-डे मील वर्कर्स रसोइया यूनियन के आह्वान पर सोमवार को जिला के सैकड़ों रसोइयाें ने नौ सूत्री मांगों के समर्थन में समाहरणालय गेट पर प्रदर्शन किया। शहर के गांधी मैदान से जेपी चौक, पटेल चौक होते हुए समाहरणालय गेट तक पैदल मार्च निकालकर विरोध जताया। प्रदर्शन में स्वतंत्र समाज पार्टी के नेता व कार्यकर्तागण शामिल थे। इस दौरान डीएम को मांग पत्र भी सौंपा गया। प्रदर्शन में शामिल रसोइयों ने सरकार से न्यूनतम मजदूरी की मांग संबंधी नारे लगाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री पोषण योजना से ठेकेदारी प्रथा को पूरी तरह समाप्त कर ताजा व पौष्टिक भाेजन बच्चों को पहुंचाई जाए। नियुक्ति पत्र निर्गत करते हुए मातृत्व अवकाश व विशेषावकाश का लाभ दिया जाएगा।
स्वतंत्र समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष परमानंद प्रसाद ने बताया कि दो नवंबर से ही विभिन्न मांगों को लेकर धरना दिया जा रहा है। उन्होंंने कहा कि रसोइयों का 1650 रुपये मात्र वेतन है, जो न्यूनतम मजदूरी से भी काफी कम है। महंगाई और जरुरतों के अनुसार कम से कम इसे बढ़ाकर 15 हजार किया जाए। प्रदर्शन में शामिल रसोइयों ने बताया कि उनकी प्रमुख मांगों में मानदेय 12 माह का लागू करने, भविष्य निधि योजना लागू करने, भोजन बनाने के दौरान घायल होने वाले रसोइयों का समुचित इलाज कराने, महिला एवं पुरुष रसोइयों को ड्रेस उपलब्ध कराने, पांच लाख का जीवन बीमा मुफ्त में देने सहित अन्य मांगे शामिल हैं।
स्कलों में मध्याह्न भोजन बंद होने से पठन-पाठन पर पड़ रहा असर :
रसोइयों के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने से प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में मध्याह्न योजना बंद पड़ गया है। इससे पठन-पाठन पर भी प्रतिकूल असर देखने को मिल रहा है।