सिवान: देव उठनी एकादशी पर हुई भगवान विष्णु की पूजा कर हुई सुख समृद्धि की कामना

0

विवाह-लग्न के लिए दो माह में 14 दिन हैं शुभकारी

सिवान: जिला मुख्यालय समेत ग्रामीण क्षेत्रों में गुरुवार को कार्तिक शुक्ल पक्ष देवोत्थान एकादशी मनाया गया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने भगवान विष्णु की पूजा अर्चना कर परिवार की सुख समृद्धि की कामना की। बताया जाता है कि भगवान विष्णु चार महीने पर योग निद्रा से जगते हैं इसलिए इनकी विशेष रूप से पूजा की जाती है। इस भगवान विष्णु की पूजा करने से मनवांछित फल की प्राप्ति होती है। इस दौरान महिलाएं नए वस्त्र पहनाकर मंगल आरती के साथ मां लक्ष्मी की भी विधि विधानपूर्वक पूजा अर्चना की गई। कार्तिक एकादशी को लेकर जिले के विभिन्न मंदिरों में विशेष तैयारी की गई थी। आंदर के पड़ेजी निवासी आचार्य पंडित उमाशंकर पांडेय ने बताया कि प्रबोधिनी एकादशी को देवउठनी एकादशी भी कहा जाता है। इस दिन से सभी मांगलिक कार्यक्रम शुरू हो जाते हैं।

विज्ञापन
pervej akhtar siwan online
WhatsApp Image 2023-10-11 at 9.50.09 PM
WhatsApp Image 2023-10-30 at 10.35.50 AM
WhatsApp Image 2023-10-30 at 10.35.51 AM
ahmadali

तुलसी विवाह की परंपरा का किया गया निर्वहन :

जिले में श्रद्धालुओं ने तुलसी विवाद की परंपरा का निर्वहन किया। इस दौरान तुलसी की पूजा की गई। इस दौरान नए वस्त्र एवं मिठाइयां अर्पित की गईं तथा परिवार की सुख समृद्धि की कामना की गई। इस दौरान महिलाओं ने मांगलिक गीत प्रस्तुत कर वातावरण भक्तिमय बना दिया। आचार्य ने बताया कि देवउठनी एकादशी के दिन ही तुलसी विवाह की भी परंपरा है। भगवान शालिग्राम के साथ मां तुलसी का विवाह संपन्न हुआ। बताया कि कार्तिक माह में भगवान श्री हरि विष्णु की पूजा करने से सौ गुणा फल प्राप्त होता है। देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से परिवार पर भगवान की विशेष कृपा बनी रहती है। यह कार्यक्रम में विभिन्न मंदिरों में आयोजित किया गया।

27 से शुरू हो जाएंगे वैवाहिक कार्यक्रम :

आचार्य ने बताया कि 27 नवंबर से शुभ मुहूर्त में वैवाहिक कार्यक्रम शुरू हो जाएंगे, जो 16 दिसंबर तक चलेगा। इसके बाद से मलमास लग जाने के बाद पुन: मांगलिक कार्यक्रमों पर विराम लग जाएगा। हिंदू धर्म में तुलसी विवाह के होते ही विवाह संस्कार शुरू हो जाते हैं। 2023 के अंंत के दो महीने नवंबर माह में शादी विवाह के तीन व दिसंबर माह में 11 मुहूर्त हैं। नवंबर माह में जहां 27, 28 व 29 को विवाह का शुभ मुहूर्त है, वहीं दिसंबर माह में 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 13, 14, 15 को पूरी रात तथा 16 दिसंबर को सुबह 9. 14 बजे तक लग्न है। इस दिन तक शहनाइयां बज सकती हैं। आचार्य ने बताया कि 16 दिसंबर की रात 12.44 बजे सूर्य धनु राशि में प्रवेश कर जाएंगे उसके बाद से मलमास लग जाने के बाद एक माह तक विवाह संस्कार नहीं होंगे। पुन: 15 जनवरी0 24 की सुबह 8.38 बजे सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने पर मलमास खत्म हो जाएगा और इस दिन मकर संक्रांति मनाई जाएगी। इसके बाद से शादी विवाह शुरू हो जाएंगे।