सिवान: कार्तिक पूर्णिमा स्नान कल, गंगा स्नान व व्रत से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होगी प्राप्ति

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सरयू नदी स्नान के लिए स्वजनों के घर पहुंचने लगे श्रद्धालु

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परवेज अख्तर/सिवान: गंगा स्नान के साथ 27 नवंबर को जिले में कार्तिक पूर्णिमा मनाई जाएगी। इसको लेकर तैयारी पूरी कर ली गई है। इस दिन नदी घाटों पर स्नान के लिए काफी संख्या में श्रद्धालु जुटते हैं। वहीं जिले से होकर गुजरने वाली सरयू नदी व छोटी गंडक नदी के किनारे साफ-सफाई की गई है तथा श्रद्धालुओं की सुरक्षा व सुविधा के मद्देनजर जिला प्रशासन की ओर से खतरनाक छठ घाटों पर बैरिकेडिंग तथा रोशनी की व्यवस्था की गई है। वहीं घाटों के समीप दंडाधिकारियों के साथ पुलिस पदाधिकारियों व पुलिस बल को तैनात किया गया है। वहीं घाटों पर गोताखोर व सरकारी नाव की व्यवस्था की गई है। कार्तिक पूर्णिमा मेले को ले दुकान सजने लगे हैं। साथ ही बच्चों के मनोरंजन के लिए झूले लग चुके हैं। कार्तिक पूर्णिमा की महत्ता के बारे में आंदर के पड़ेजी निवासी आचार्य उमाशंकर पांडेय ने बताया कि इसको देव दीपावली के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन दीपदान करने का विशेष महत्व होता है। प्रकाश पर्व दीपावली की तहर इस दिन भी दीपदान किया जाता है और पवित्र स्थानों पर दीप जलाकर उस स्थान को राैशन किया जाता है। इस दिन स्नान दान करने से सभी पापों का नाश तथा पुण्य की प्राप्ति होती है। मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान, दीपदान हवन व यज्ञ का विशेष महत्व होता है। इस दिन गंगा स्नान कर दान पुण्य करने से वर्ष भर पूजा पाठ के बराबर पुण्य फल की प्राप्ति होती है। इस दिन पूरे दिन व्रत रहकर रात्रि में भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना करने से दैविक कृपा की प्राप्ति होती है। इस दिन गंगा स्नान व व्रत करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। साथ ही भगवान विष्णु के साथ मां लक्ष्मी की भी कृपा मिलती है।

कार्तिक पूर्णिमा स्नान को ले प्रशासन अलर्ट :

संसू, आंदर(सिवान):- कार्तिक पूर्णिमा मेला को लेकर दरौली प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद दिख रही है। कार्तिक पूर्णिमा स्नान को लेकर दरौली स्थित सरयू नदी में जुटने वाली भीड़ को नियंत्रित करने व सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मुकम्मल व्यवस्था की गई है। नदी घाटों से लेकर सड़क मार्ग तक सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था की गई है। सुरक्षा के मद्देनजर विभिन्न जगहों पर क्लोज सर्किट कैमरे भी लगाए गए हैं। वहीं भीड़ नियंत्रण के साथ-साथ ट्रैफिक कंट्रोल के लिए पुलिस बल की तैनाती की गई है।

मेला कैंप सह कंट्रोल रूम से की जाएगी मानिटरिंग :

कार्तिक पूर्णिमा स्नान के दौरान दरौली के पचमंदिरा व मलपुरवा घाट पर श्रद्धालुओं की सबसे ज्यादा भीड़ उमड़ती है। दोनों घाटों को सुरक्षा को लेकर बैरिकेडिंग व लाइन की व्यवस्था की गई है। वहीं मलपुरवा घाट पर पानी सूख जाने के कारण खतरनाक हो चुका है। वहां स्नान के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया है। वहीं लाल झंडा व फ्लैक्स लगा दिया गया है।

वाहन पार्किंग को निर्धारित किए गए स्थान :

पूर्णिमा स्नान को आने वाले लोगों की भारी भीड़ के मद्देनजर विभिन्न वाहनों के लिए पार्किंग स्थल निर्धारित की गई है। सवारी गाड़ी यात्रियों से यात्री भाड़ा के रूप में तय राशि से अधिक रुपये की वसूली न कर पाए, इसके लिए स्थल पर साफ-साफ अक्षरों में विभिन्न दिशाओं व जगहों के लिए निर्धारित यात्री भाड़ा का डिस्पले लगाने को कहा गया है।

नाव से होगी गश्ती, तैनात रहेंगे गोताखोर व आपदा मित्र :

पूर्णिमा स्नान के दौरान नदी में गोतोखोर तैनात रहेंगे। नाव पर गोताखोरों के साथ-साथ पुलिस के जवान भी रहेंगे। सीओ अरविंद प्रसाद सिंह ने बताया कि 15 गोताखोर व 15 आपदा मित्रों को तैनात किया गया है।

प्राथमिक उपचार के लिए लगाया गया है कैंप :

कार्तिक पूर्णिमा मेला के अवसर पर दरौली पंचमंदिरा घाट के समीप प्राथमिक उपचार केंद्र खोला जाएगा। ये उपचार केंद्र 24 घंटे कार्यरत रहेंगा। यहां पर आपात स्थिति के लिए दो एंबुलेंस की भी व्यवस्था रहेगी। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी लालबाबू यादव ने बताया कि इस कैंप में एक चिकित्सक, एक एएनएम, एक फार्मासिस्ट, दो गार्ड तैनात रहेंगे।

सुरक्षा को ले महिला व पुरुष पुलिस बल रहेंगे तैनात :

कार्तिक पूर्णिमा मेला को श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर महिला व पुरुष पुलिस बल की तैनाती की जाएगी। थानाध्यक्ष रितेश कुमार मंडल ने बताया कि जिला से महिला व पुरुष पुलिस लाठी बल की मांग की गई है। आने के बाद सभी को तैनात कर दिया जाएगा।