परवेज अख्तर/सिवान: शहर के पसनौली गगन स्थित हजरत बाबा मलीहुद्दीन शाह के मजार पर बुधवार को 78 वां उर्स मेला का आयोजन किया गया। इसमें काफी संख्या में हिंदू व मुस्लिम भाइयों ने एक साथ मिलकर मजार पर चादरपोशी कर मन्नतें मांगी। बताया जाता है कि बाबा मलीहुद्दीन शाह के मजार पर प्रत्येक साल उर्स का मेला लगता है। इसमें पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश एवं सारण प्रमंडल के अलावे काफी दूर दराज से श्रद्धालु इसमें शामिल होते हैं। इस दौरान काफी संख्या में श्रद्धालुओं बाबा साहब के मजार पर चादरपोशी व माथा टेक परिवार, समाज, देश की सुख समृद्धि व उन्नति की कामना की तथा दुआएं मांगी। इस मजार की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यहां हिंदू व मुस्लिम दोनों समुदाय के लोग एक साथ मिलकर पूजा अर्चना व चादरपोशी करते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस मजार पर जो भी व्यक्ति सच्चे दिल से मन्नत मांगता उसकी मन्नतें अवश्य पूरी होती हैं। यह कार्यक्रम हनान अंसारी की देखरेख में आयोजित की गई। इस मौके पर बंगाल के कव्वालों द्वारा खानकाही कव्वाली प्रस्तुत की गई इसका उपस्थित लोगों ने लुफ्त उठाया। इस मौके पर मजार के समीप लगे मेले में श्रद्धालुओं ने खूब खरीदारी की। इस मौके पर अब्दुल हन्नान, रोशन अली, मौलाना इसरारुल हक, मो. अब्दुल्लाह, शमशाद खान, गौहर अली, खालीद हुसैन, कांग्रेस के प्रखंड अध्यक्ष परशुराम सिंह, बच्चा बाबा, योगेंद्र यादव, वासुदेव प्रसाद, जुलानी अंसारी आदि मौजूद थे।
लंगरखानी का आयोजन :
फज्र की नमाज के बाद मजार शरीफ में कुरआन खानी का आयोजन हुआ। इसमें मदरसा के बच्चों ने कुरआन ए पाक की तिलावत की। मजार कमेटी की ओर से बाबा के मजार पर लंगरखानी का आयोजन किया गया इसमें काफी संख्या में लोगों ने भाग लिया।