परवेज अख्तर/सिवान: बिहार विधानसभा में गुरुवार को गोरेयाकोठी के विधायक देवेश कान्त सिंह ने विधानसभा क्षेत्र के बसंतपुर नगर पंचायत से जुड़े मुद्दे को सदन में उठाया. विधायक ने तारांकित प्रश्न के माध्यम से कहा कि मेरे विधानसभा क्षेत्र के बसंतपुर ग्राम पंचायत को वर्ष 2021 में नगर पंचायत का दर्जा मिला. बावजूद कार्यपालक पदाधिकारी की नियुक्ति नहीं होने से विकास कार्य बाधित है. हालांकि बसंतपुर के बीडीओ नगर पंचायत के प्रभार में है, लेकिन वित्तीय प्रभार नहीं होने बसंतपुर नगर पंचायत का विकास कार्य ठप्प पड़ गया है. साथ ही विधायक ने सदन में बसंतपुर नगर पंचायत में अशोक सम्राट भवन बनाने का भी मुद्दा उठाया.
जिस पर उप मुख्यमंत्री व नगर विकास व आवास विभाग के मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि उत्तर स्वीकोरात्मक है व बसंतपुर के कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा प्रतिवेदित किया गया है की अशोक सम्राट भवन बनाने के लिए उपयुक्त सरकारी जमीन का चयन किया जा रहा है और माननीय सदस्य भी इसमें सहयोग करे, ताकि उपयुक्त सरकारी जमीन पर अशोक सम्राट भवन बनाया जाए. उसके बाद विधायक ने माननीय मंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि सबसे पहले आवश्यक है की बसंतपुर नगर पंचायत में कार्यपालक पदाधिकारी पदस्थापित ही नहीं है.
किसी तरह बसंतपुर बीडीओ को नगर पंचायत का प्रभार मिला है. लेकिन उनको भी वित्तीय प्रभार नहीं मिला है. जिसके चलते नगर पंचायत में विकास कार्य पूर्ण रूप से अवरुद्ध है. इस पर मंत्री ने कहा कि माननीय अध्यक्ष महोदय मैं दोनो चीजों को दिखवा लेता हूं. एक तो कैसे वहां कार्यपालक पदाधिकारी जाएं, नही तो वित्तीय अधिकार उन्हे ही मिले जो प्रभार में है. सदन में विधायक द्वारा उठाए गए मुद्दे की खबर जैसे ही बसंतपुर नगर पंचायत के लोगों को लगी तो लोग विधायक के प्रयास की तारीफ करने लगे. अब लोगों को लगने लगा है की बसंतपुर नगर पंचायत में विकास कार्य होने शुरू हो जाएंगे.