1.81 करोड़ से अधिक रुपये का भुगतान कर अपने मामलों का निष्पादन कराया
परवेज अख्तर/सिवान: शहर के सिविल कोर्ट परिसर में शनिवार को आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 1003 मामले निष्पादित किए गए। इसमें 200 मामले फौजदारी के थे। मामले के निष्पादन में सर्वाधिक बैंक के 776 मामले थे। इसमें करीब 3.80 करोड़ का लक्ष्य रखा गया था जहां पक्षकारों ने पूर्ण या अग्रिम 1.81 करोड़ से अधिक रुपये का भुगतान कर अपने मामलों का निष्पादन कराया। टेलीफोन से जुड़े 25 मामले में पक्षकारों ने करीब 57 हजार रुपये भुगतान कर अपने मामलों का निष्पादन कराया। दो वैवाहिक मामले भी निष्पादन किए गए। इसके पूर्व विधिक सेवा प्राधिकार के प्रकोष्ठ में उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष राकेश कुमार सिंह ने कहा कि पक्षकार यहां बहुत उम्मीद लेकर के आते हैं, दो सहोदर भाई अपनी एक इंच जमीन नहीं छोड़ते और उसी के लिए विवाद आरंभ हो जाता है, लेकिन इस विवाद को वह कोर्ट के ऊपर छोड़ देते हैं तथा यह मानते हैं कि कोर्ट का जो निर्णय होगा उसे वे स्वीकार करेंगे।
ऐसी स्थिति में न्यायालय और उससे जुड़े सभी पदाधिकारी एवं कर्मचारियों का दायित्व होता है कि उनके मामले को गंभीरता से लेकर निष्पादित करें। प्राधिकार के सचिव अपर न्यायाधीश धीरेंद्र कुमार राय ने भी उपस्थित पक्षकारों के साथ-साथ विभिन्न विभागों के आए हुए पदाधिकारी से अपील किया कि वह मामलों के निष्पादन में सहयोग करें और आधिकाधिक मामलों का निष्पादन कराएं। उद्घाटन सत्र में जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक के साथ अपर जिला न्यायाधीश प्रथम ने भी अपने विचार रखें। उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए प्रथम श्रेणी नायक दंडाधिकारी आलोक कुमार चतुर्वेदी ने भावनात्मक प्रसंग का उल्लेख करते हुए कहा कि रामसेतु के निर्माण में जब एक गिलहरी अपना योगदान दे सकती है तो हम जैसे सक्षम व्यक्ति पक्षकारों को समझा-बुझाकर उनके विवादों को क्यों नहीं समाप्त कर सकते हैं। अगर हमारा प्रयास सार्थक हो तो परिणाम भी सकारात्मक होंगे।
14 न्यायिक बेंचों में कुल 14 न्यायिक पदाधिकारी क्रमशः अपर जिला न्यायाधीश विजय कृष्ण सिंह, संतोष कुमार के अलावा अपर न्यायाधीश राजीव कुमार द्विवेदी अमित कुमार पांडेय, हर्षवर्धन, प्रिया शेखर, शंभू दास, अरुण कुमार तिवारी, अभिषेक कुमार, मनीष पांडेय के अतिरिक्त प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी क्रमशः अमित दयाल, आलोक चतुर्वेदी, सुरभि सिंघानिया एवं मनीष राय की उपस्थिति तथा कई पैनल अधिवक्ता की उपस्थिति में मामले निष्पादित किए गए। इस अवसर पर विधिक सेवा प्राधिकार के पेशकार रंजीत दुबे, दीपक मिश्रा, अतुल कुमार, जयप्रकाश प्रसाद, बलवंत कुमार, प्रभात कुमार आदि मामले के निष्पादन में महत्वपूर्ण योगदान किया। समापन सत्र के दौरान जिला न्यायाधीश राकेश कुमार सिंह ने मामलों के निस्तारण पर संतोष व्यक्त करते हुए इस पुनीत कार्य में लगे सभी व्यक्तियों, पक्षकारों एवं मीडिया कर्मियों को साधुवाद दिया है।