सिवान: कमतर न समझ लेना परिमल की फकीरी को

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  • एक वोट से हम अपनी सरकार बदलते हैं
  • नीलोत्पल मृणाल के तरानों पर झूम उठा सीवान
  • भगवान पैलेस में कवि सम्मेलन का हुआ आयोजन

शनिवार की रात्रि भगवान पैलेस में आए प्रसिद्ध लोक कवि नीलोत्पल मृणाल ने आयोजित कवि सम्मेलन में लुत्फ की महफिल को खूब सजाया। उपस्थित श्रोतागण ने तालियों की गड़गड़ाहट से उनका जबरदस्त स्वागत भी किया और उनके तरानों को सुन सीवान के लोग झूम उठे। नीलोत्पल मृणाल ने जब अपना बेहद लोकप्रिय गीत जब ये रील बनानेवाले लड़के गीत सुनाया तो श्रोतागण भावविभोर हो गए। कार्यक्रम की मुख्य संयोजिका डॉक्टर आरती आलोक वर्मा रही। जबकि अनमोल कुमार के नेतृत्व में सोसायटी हेल्पर ग्रुप के सदस्यों ने सहयोग प्रदान किया।अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कवि सम्मेलन की शुरुआत दीप प्रज्जवलन से हुई।कवि सम्मेलन की अध्यक्षता जिला अवर निबंधन पदाधिकारी पंकज कुमार झा ने की।कवि सम्मेलन में लोक कवि नीलोत्पल मृणाल ने जहां आज के मोबाइल संस्कृति पर गंभीर कटाक्ष किए और सुनाया

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ताज़ी किताब पर बासी अखबार की जिल्द चढ़ाने वाले लड़के,
और खा के समोसा सीनियर के सिर बिल टिकाने वाले लड़के,
अरे मेहनत के पथ पर मीलों साइकिल चलाने वाले लड़के,
संघर्षों की ताप मे तप कर तकदीर बनाने वाले लड़के,
उस दौर का जादू, क्या जाने, ये रील बनाने वाले लड़के

वही व्यंग्यकार डॉक्टर आशुतोष त्रिपाठी ने वर्तमान राजनीतिक माहौल पर व्यंग्य के तीखे तीर चलाए और प्रेम के तराने भी सुनाए

याद आती है मुझको
छोड़ के जाने वाली लड़की।

कवयित्री तृप्ति रक्षा ने सरस्वती वंदना पेश किया। पटना से आए कवि समीर परिमल ने जब सुनाया कि

कमतर न समझ लेना परिमल की फकीरी को
एक वोट से हम अपनी सरकार बदलते हैं,

तो हॉल में तालियां खूब गूंजी। सान्या राय ने भी यह सुनाकर कि

सबका जीवन है पीड़ामय सबको है संत्रास
हर योद्धा को लिखना पड़ता है अपना इतिहास

श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। वहीं शायर डॉक्टर के एहतेशाम अहमद “असद” के तराने

हम अपनी मुफलिसी का कभी ग़म नहीं करते
अश्कों से कह दो आंखें हम नम नहीं करते
दुनिया से मुख्तलिफ है अपनी अदा असद
जो लोग किया करते हैं वह हम नहीं करते पर श्रोता झूम उठे।

और जाहिद सिवानी ने भी अपने तरानों से श्रोताओं को गुदगुदाया। मंच संचालन संतोष मिश्रा ने किया। आभार ज्ञापन डॉक्टर आरती आलोक वर्मा ने करते हुए कहा कि

ये माना कि वक्त से बढ़कर नहीं हूं मगर किरदार से कमतर नहीं हूं।

इस अवसर पर डॉक्टर संगीता चौधरी, डॉक्टर मिताली कुमारी, डॉक्टर खुशबू कुमारी, सुनीता जायसवाल, रुपल आनंद आदि को वूमन प्राइड अवार्ड से सम्मानित किया गया। मौके पर विशिष्ट अतिथि के तौर पर दयानंद आयुर्वेदिक कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर सुधांशु शेखर त्रिपाठी,शिक्षाविद् डॉक्टर गणेश दत्त पाठक,पवन सोनी,अनमोल कुमार,कैलाश कश्यप,विकास कुमार,नीतीश कुमार,दीपक सिंह, डॉक्टर मुकुंद पाठक आदि सहित भारी संख्या में नगर के गणमान्यजन उपस्थित रहे।