परवेज अख्तर/सिवान: जिले के सिसवन प्रखंड के जयी छपरा स्थित रामजानकी मंदिर में एक अप्रैल से आयोजित सात दिवसीय रामकथा का समापन रविवार को हो गया। कार्यक्रम के अंतिम दिन पूजा व आरती में काफी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। राम कथा ज्ञान महायज्ञ के समापन समारोह के दौरान आचार्य अरविंद कुमार द्विवेदी ने कहा कि प्रभु राम का आचरण हमारे उत्तम विचार में अवश्य विराजमान होनी चाहिए। यही उनकी सबसे बड़ी भक्ति है। भगवान राम ने आदर्श राजा, उत्कृष्ट भाई, श्रेष्ठ पुत्र, महान मित्र की भूमिका एक साथ निभाई तथा एक मानक स्थापित किया।
उन्होंने कहा कि प्रभु राम के नाम मात्र से रावण रूपी अत्याचारी का अंत हो जाता है और अंदर के सारे क्लेश पाप और कुविचार समाप्त हो जाते हैं। मन के रावण का अंत करें, स्वत: प्रभु राम की भक्ति मिल जाएगी। अन्याय पर न्याय की जीत के लिए प्रभु श्रीराम ने विकट समुद्र को पार कर यह साबित कर दिया कि अन्याय और अत्याचार का हर समय विरोध करना ही मनुष्य का नैतिक कर्तव्य है। इस मौके पर राष्ट्रीय एथलीट विकास कुमार ने जानकी धाम में भवन निर्माण की बात कही। समापन समारोह में पंडित अरुण पांडेय, बसंत चौबे, देवेंद्र पांडेय, उपेंद्र पांडेय सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।