- यूपी का शहजादा कहता है कि मोदी की आखिरी जीवन बनारस में
- विरोधियों के पास मोदी को गाली देने के अलावा कोई मुद्दा नहीं
- जंगलराज के वारिस से जनता क्या कर सकती है उम्मीद
✍️परवेज़ अख्तर/एडिटर इन चीफ:
पीएम मोदी ने कहा कि चार जून की हार को देख इंडी गठबंधन की बैखलाहट बढती जा रही है। अब यह लोग मोदी की योजना पर सवाल उठा रहे हैं। मैंने तय किया है कि गरीब के घर का चूल्हा बुझने नहीं दूंगा। रात को जब बच्चे भूखे पेट सोते हैं तो उस मां पर क्या बीतती है, इसका मुझे पता है। इसलिए मोदी गरीब को मुफ्त राशन देता है और देता ही रहेगा। यह कहते हैं मोदी गरीबों को पक्के घर और मुफ्त इलाज की सुविधा क्यों दे रहा है। मोदी हर मां और बहन की पीड़ा समझता है। इसलिए मोदी ने तय किया कि अब किसी मां को दर्द छिपाने की जरूरत नहीं है। तुम्हारा बेटा अस्पताल में बैठा है। तुम्हारी बीमारी का खर्च यह तुम्हारा बेटा उठाएगा। मोदी गरीब की सेवा के लिए ही पैदा हुआ है। मोदी गरीब के लिए ही तो काम करेगा।
जंगलराज के वारिस से जनता क्या कर सकती है उम्मीद :
पीएम मोदी ने कहा कि चांदी का चम्मच लेकर पैदा होते हैं, उन्हें पता नहीं होता मेहनत क्या होती है। तेजस्वी पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मैंने सुना है कि यहां कोई घूम-घूमकर कह रहा है कि चार जून के बाद मोदी को बेड रेस्ट होगा। मैं तो परमात्मा से यही कामना करता हूं कि मोदी तो क्या देश के किसी भी नागरिक के जीवन में बेड रेस्ट की नौबत नहीं आनी चाहिए।वह उमंग में जीवन जीएं।लेकिन, जंगलराज के वारिस से उम्मीद ही क्या की जा सकती है।उधर, यूपी का शहजादा कहता है कि मोदी की आखिरी जीवन बनारस में। इन लोगों के पास मोदी को गाली देने के अलावा कोई मुद्दा नहीं है। कोई कह रहा मोदी की कब्र खोदेंगे। कोई कहता है मोदी को गाड़ देंगे। कोई मोदी के आंसू देखना चाहता है। इंडी वालों आपकी इच्छा से अब देश नहीं चलता। इंडी वालों की आंखों में भले ही मोदी खटकता हो लेकिन देश की आंखों में मोदी है। हर दिल में मोदी है।