परवेज अख्तर/सिवान : जिले के दारौंदा प्रखंड मुख्यालय स्थित बीआरसी के समीप रामजानकी मंदिर की अष्टधातु की मूर्ति शनिवार की रात चोरों ने चुरा ली। चोरी की जानकारी रविवार की सुबह पुजारी ने लोगों को दी। सूचना मिलते ही ग्रामीणों ने इसी सूचना स्थानीय थाने को दी। मंदिर के पुजारी देव गिरि ने पुलिस को बताया कि शनिवार की रात भी भगवान को भोग लगाकर बगल के कमरे में सोने चले गए। मंदिर के दूसरे पुजारी भी पास में मंदिर का चाबी रखकर सो गए। सुबह जब मुख्य पुजारी मंदिर की साफ-सफाई करने गए तो देखा कि राम और जानकी की मूर्ति गायब है, जबकि भगवान लक्ष्मण की मूर्ति है। मुख्य पुजारी ने आशंका जताई कि चोरों ने बरामदे में सोए पुजारी के पास से चाबी की चोरी कर मंदिर का दरवाजा खोल लिया। फिर राम जानकी की मूर्ति को निकाल लिया। पुजारी ने चोरी की सूचना मंदिर की विधि व्यवस्था के लिए गठित कमेटी के सदस्यों को दी। सूचना मिलते ही एसडीपीओ महाराजगंज संजय कुमार, इंस्पेक्टर महाराजगंज, स्थानीय थानाध्यक्ष मनोज कुमार प्रभाकर, एसआई भगवान तिवारी मंदिर पहुंचकर घटना की हर पहलू की जांच में लग गए। स्थानीय लोगों ने बताया कि करीब 15 वर्ष पूर्व भी मंदिर से रामजानकी की ही मूर्ति की चोरी हुई थी। पुनः अष्टधातु की राम जानकी की मूर्ति की स्थापना उस समय के मंदिर के पुजारी रसिक प्रिय महाराज ने स्थानीय लोगों के सहयोग से कराई गई थी। वर्तमान मंदिर के पुजारी देव गिरि ने मंदिर की देखरेख के लिए बनी कमेटी से अपने अनबन की भी बात बताई। इस संबंध में थानाध्यक्ष मनोज कुमार प्रभाकर ने कहा कि पुलिस चोरी की घटना की हर पहलु से जांच कर रही है।
मंदिर से अष्टधातु की राम जानकी की मूर्ति चोरी
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