पटना: दिल्ली में शादी के बाद पत्नी राजश्री के साथ पटना लौट चुके तेजस्वी यादव को आशीर्वाद देने बुधवार को किन्नरों का दल पहुंचा। राबड़ी आवास के बाहर ही किन्नरों ने नाच गाना शुरू कर दिया। तरह-तरह के गानों से लालू परिवार को रिझाने की कोशिश की। किन्नरों के पहुंचते ही राबड़ी देवी बाहर निकलीं और नाच-गाने का वीडियो भी खुद मोबाइल से बनाती दिखाई दीं।
यूपी-बिहार समेत उत्तर भारत में घर पर खुशी के बाद किन्नरों का पहुंचना आम बात है। शादी-विवाह या बच्चे के जन्म पर किन्नरों का दल पहुंचता है और नाच-गाने के साथ माहौल को खुशनुमा बनाता है। किन्नरों के आशीर्वाद का विशेष महत्व भी माना जाता है। यही कारण है कि किन्नरों के आगमन को शुभ माना जाता है। परिवार के लोग अपनी क्षमता के अनुसार किन्नरों को उपहार और नगद रुपये भेंट करते हैं।
परंपरा को निभाते हुए किन्नरों का दल राबड़ी के आवास पर सजधजकर पहुंचा। ढ़ोलक की थाप पर सजे-धजे किन्नरों ने नाच-गाना शुरू किया तो राबड़ी देवी भी बाहर आई गईं। कुर्सी लगाकर वहीं बैठ गईं और मोबाइल फोन से खुद उनका वीडियो बनाया। किन्नरों ने तेजस्वी और राजश्री के सुखी दांपत्य जीवन की कामना की।
किन्नरों ने अपने ही अंदाज में तालियां बजाते हुए बधाइयां दी और कहा कि हम यहां लालू यादव के छोटे बेटा तेजस्वी को शादी की बधाई देने आए हैं। राबड़ी देवी की तरफ इशारा करते हुए कहा कि ये हमारी मम्मी जी हैं। मम्मी जी को भी ढेर सारी बधाइयां। इस दौरान राबड़ी आवास पर मौजूद कुछ कर्मचारी भी खुद को नहीं रोक सके और किन्नरों के साथ ताल से ताल मिलाने लगे।