- माननीय न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे समर्थकों संग मिलकर परिजन
- पिछले महीने 20 अप्रैल को डीडीयू अस्पताल में इलाज हेतु कराया दाखिल
परवेज अख्तर/एडिटर इन चीफ :
सिवान के चर्चित तेजाब हत्याकांड में तिहाड़ जेल में सजा काट रहे पूर्व सांसद डॉ. मोहम्मद शहाबुद्दीन के आकस्मिक निधन मामले में डीडीयू अस्पताल द्वारा सौंपे गए उनके पार्थिव शरीर के बाद नया मोड़ आते जा रहा है। स्वजन समेत उनके समर्थकों द्वारा एक साजिश के तहत मार डालने का आरोप लगाया जा रहा है। समर्थकों द्वारा परिजनों संग मिलकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की बात कही जा रही है लेकिन माननीय सर्वोच्च न्यायालय में दरवाजा खटखटाने के बाद सत्यता का उजागर होना संभव माना जा रहा है।
यहां बताते चले कि सिवान के चर्चित तेजाब हत्याकांड में सजा काट रहे राजद के पूर्व सांसद डॉ. मोहम्मद शहाबुद्दीन को तिहाड़ जेल प्रशासन ने आनन-फानन में पिछले महीने 20 अप्रैल को डीडीयू अस्पताल में इलाज हेतु दाखिल कराया था। जहां उनका इलाज आईसीयू में जारी था कि इसी बीच शनिवार की दोपहर तिहाड़ जेल के डीजी ने निधन की पुष्टि की थी। रविवार की अल-सुबह एक ऑडियो क्लिप सिवान जिले के कई गांव में जोर शोर से वायरल हो रही थी जिसको लेकर कई तरह के अटकलों का बाजार गर्म था और लोगों में मायूसी भी देखी जा रही थी। उधर परिजनों द्वारा माननीय न्यायालय की अनुमति न मिलने के कारण उनका पार्थिव शरीर बिहार न आ सका।